उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Assembly Election 2022) भले ही अपने अंतिम दौर में हो, लेकिन दलबदलू नेताओं का दौर हमेशा रहता है. आज एक ऐसा ही नजारा आजमगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की रैली में दिखा, जहां बीजेपी का दामन छोड़कर रीता बहुगुणा के बेटे मयंक जोशी साइकिल पर सवार हो गए. इसका एलान अखिलेश यादव ने खुले मंच से जनता के सामने मयंक जोशी का हाथ उठाकर किया.
हालांकि, कुछ दिन से ये खबरें तैर रहीं थी कि मंयक जोशी सपा का दामन थाम सकते हैं. क्योंकि, कुछ दिन पहले ही मयंक जोशी ने अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, जिसकी फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने इस मुलाकात को शिष्टाचार मुलाकात का नाम दिया था.
बता दें, मयंक जोशी, प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे हैं. साल 2017 में रीता बहुगुणा जोशी ने लखनऊ से विधानसभा का चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा था और जीता था. उसके बाद बीजेपी आलाकमान ने उन्हें प्रयागराज से सांसद का टिकट दिया, वहां से भी उन्होंने जीत दर्ज की. लेकिन, लखनऊ से खाली हुई विधानसभा की सीट पर वो बेटे मयंक के लिए टिकट मांग रहीं थीं, लेकिन बीजेपी ने एक परिवार एक टिकट की नीति के हिसाब से उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया था. इसकी नाराजगी रीता बहुगुणा जोशी में देखी भी गई थी, जब उन्होंने कहा था कि अगर मुझे सांसद का सीट भी छोड़ना पड़े तो मैं छोड़ दूंगी.
वहीं, बीजेपी से टिकट नहीं मिलने की वजह से नाराज मयंक जोशी ने सपा का रूख किया और आज अखिलेश यादव ने उन्हें आजमगढ़ की रैली में एसपी ज्वाइन कराई.
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