अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) को मद्देनजर रखते हुए उत्तर प्रदेश कैबिनेट में 7 नए नामों को जगह मिली है. इन नामों में एक ब्राह्मण, चेहरा 3 दलित और तीन ओबीसी समाज से हैं. कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन पकड़ने वाले जितिन प्रसाद को नए मंत्रिमंडल विस्तार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
कई बार ब्राह्मण चेहरे के रूप में मंत्रिमंडल में नाम की चर्चा में शुमार रहने वाले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेई की जगह पार्टी हाईकमान ने जितिन प्रसाद पर भरोसा दिखाया है.
कथित रूप से ब्राह्मणों की नाराजगी झेल रही बीजेपी ने जितिन प्रसाद पर दांव खेलते हुए उन्हें मंत्रिमंडल में खास जगह दी है.
योगी की कैबिनेट में 3 दलित और 3 ओबीसी चेहरे शामिल
मेरठ से हस्तिनापुर के विधायक दिनेश खटीक को भी नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है. दिनेश खटीक को हाल ही में मेरठ के एक वकील की मौत के बाद आत्महत्या के लिए उकसाने की आईपीसी धारा 306 के तहत मुकदमे में नामजद किया गया था. विवादित विधायक के खिलाफ मेरठ में वकीलों ने जोरदार प्रदर्शन किया था, जिसके बाद दिनेश खटीक की काफी किरकिरी हुई थी, लेकिन नए मंत्रिमंडल में नाम आने के बाद उनकी पकड़ क्षेत्र में और मजबूत होती नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश कैबिनेट विस्तार में बरेली से बहेड़ी विधानसभा के बीजेपी विधायक छत्रपाल गंगवार को भी जगह मिली है. आरएसएस में गहरी पैठ रखने वाले छत्रपाल गंगवार के मंत्रिमंडल में आने से आने वाले चुनाव में बीजेपी का कुर्मी वोट बैंक पर मजबूत पकड़ बनाए रखने की उम्मीद होगी. इससे पहले बरेली से संतोष गंगवार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था.
बीजेपी विधायक राजेश अग्रवाल और धर्मपाल सिंह को राज्य मंत्रिमंडल में जगह मिली थी, इन तीनों के मंत्रिमंडल से हट जाने के बाद बरेली क्षेत्र से केंद्र और राज्य के मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व करने वाला कोई नहीं बचा था और इसकी कमी छत्रपाल गंगवार से कुछ हद तक पूरी होती हुई दिख रही है.
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार में एक चर्चित चेहरा संगीता बलवंत बिंद का भी है. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की रहने वाली संगीता बलवंत वेद बिंद 2014 में सक्रिय राजनीति में आयी. उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत बीएसपी से की, लेकिन बाद में बीजेपी नेता मनोज सिन्हा ने उनकी बीजेपी में एंट्री कराई और 2017 में उन्हें गाजीपुर सदर सीट से चुनाव लड़ाया, जहां उन्होंने अपने ऊपर दिखाए हुए भरोसे को टूटने नहीं दिया. उनके मंत्रिमंडल में आने से बीजेपी ओबीसी वोट बैंक को और संगठित करने का प्रयास करेगी.
बबलरामपुर सदर से बीजेपी विधायक पलटू राम को भी नए मंत्रिमंडल में जगह मिली है. गांव और जिला पंचायत स्तर से राजनीति की शुरुआत करने वाले पलटू राम का राजनीतिक करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन 2017 से उनके सितारे बुलंद हैं.
उस साल उन्होंने बलरामपुर सदर सीट से विजय दर्ज की और अब नए चुनाव से ठीक पहले मंत्रिमंडल में जगह भी बना ली जिसका सीधा फायदा बीजेपी को आने वाले आगामी चुनाव में दलित वोट बैंक पर अपनी पकड़ मजबूत करने में मिलेगा.
आगरा से धर्मवीर प्रजापति और सोनभद्र से संजीव कुमार गोंड मंत्रिमंडल में शामिल 7 नामों में से हैं.
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