उत्तर प्रदेश चुनावों (UP Election 2022) के नतीजों से ठीक पहले पूर्वांचल में इवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें तेजी से आ रही हैं. मंगलवार, 8 मार्च को पहड़िया मंडी स्थित स्ट्रांग रूम से दो ट्रक में भरकर इवीएम ले जाते समय विपक्ष के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने ट्रक को रोककर हंगामा किया था. देर रात हुए हंगामे की वजह से इवीएम परिवहन में लापरवाही बरतने वाले इवीएम प्रभारी अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने तत्काल प्रभाव से इवीएम कार्य से मुक्त कर दिया है.
नलिनी कांत सिंह की जगह अब अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व को इवीएम प्रभारी बनाया है.
जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि उन्हें और उप जिला निर्वाचन अधिकारी को बगैर सूचना दिए और इवीएम परिवहन के बारे में प्रत्याशियों को मूवमेंट प्लान दिए बिना ही वेयरहाउस से इवीएम को निकाला गया.
कौशलराज शर्मा के अनुसार इसके साथ ही परिवहन प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं किया गया. इस वजह से इवीएम प्रभारी अपर जिलाधिकारी नलिनी कांत सिंह को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त किया गया है.
अखिलेश यादव ने वीडियो किया था जारी
वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा EVM मशीन ले जा रहे एक ट्रक को रोके जाने के बाद विपक्षी समाजवादी पार्टी ने कल सरकार पर "चुनाव चोरी" करने का आरोप लगाया था.
पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने बताया था कि 2017 में बीजेपी ने 5000 से कम वोटों के अंतर से लगभग 50 सीटें जीती थीं. उन्होंने यह भी कहा था कि EVM में हेराफेरी की सूचना विभिन्न जिलों से आ रही है.
इससे पहले की काउंटिंग के एक दिन पहले सोनभद्र के उप जिलाधिकारी घोरावल, रमेश कुमार का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. चुनाव में लापरवाही बरतने के मामले में उनपर यह कार्रवाई की गई है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है.
(इनपुट- चंदन पांडेय)
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