उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उप-मुख्यमंत्री और सिराथू विधानसभा प्रत्याशी के उम्मीदवार केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के लिए प्रचार करने गए MLC सुरेंद्र चौधरी और उनके समर्थकों को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा.
उप सीएम के लिए प्रचार में एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, मंडल अध्यक्ष दिलीप पटेल और उनके समर्थक सिराथू के अफजलपुर वारी गांव के लोहटा पर केशव प्रसाद मौर्य के लिए वोट मांग रहे थे,जहां पर ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध किया.
ग्रामीणों ने कहा कि "अभी तक क्षेत्र का विकास कराने नहीं आए हो और अब प्रचार करने चले आये हो"
ग्रामीणों ने कहा "अब जय श्रीराम से काम नहीं चलेगा". ग्रमीणों ने केशव मौर्य मुर्दाबाद के नारे लगाकर जय जय अखिलेश के नारे लगाए. ग्रामीणों का कहना है कि "उप सीएम ने ससुराल में साले को 18 लाख की गाड़ी दी लेकिन अन्य ग्रामीणों को योजना का लाभ नहीं दिया".
ग्रमीणों द्वारा विरोध झेलने का वीडियो सोशल मीडया पर वायरल हुआ जिसके बाद एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि, "यह विरोध प्रदर्शन पूर्व सुनियोजित था, यह वीडियो बनाकर बीजेपी को बदनाम करते हैं. प्रशासन ऐसे लोगों के ऊपर कार्रवाई करे, सुरेंद्र चौधरी ने थाना प्रभारी को लिखित शिकायत भी की है."
केशव प्रसाद मौर्य का भी सिराथू में हो चुका है विरोध
बता दें कि कुछ दिन पहले उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार केशव मौर्य अपने विधानसभा क्षेत्र सिराथू पहुंचे थे जहां पर वो कौशांबी के जिला पंचायत सदस्य पूनम मौर्य से मिलने गए हुए थे.
लेकिन वहां केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई थी जिसके बाद जिला पंचायत सदस्य पूनम मौर्य ने उप सीएम से माफी मांगी थी.
इस पर एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव ने कहा था कि "केशव प्रसाद मौर्य का ऐसा विरोध प्रदेश के लोग कभी भूल नहीं पाएंगे. कैसे उनके अपने ही लोगों ने उनका स्वागत किया. लोग जान रहे हैं कि केशव प्रसाद मौर्य ने या उनकी पार्टी ने समाज के लिए कुछ नहीं किया. उन्होंने सिर्फ अपना विकास किया. सबका साथ लिया और अपना विकास किया."
(इनपुट-विवेक मिश्रा)
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