उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक बार फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज होने को तैयार योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गोरखपुर शहर सीट से एक प्रचंड जीत हासिल कर ली है. दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी से पूर्व बीजेपी नेता उपेंद्र दत्त शुक्ला की पत्नी शुभावती शुक्ला रही हैं . वहीं आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर रावण तीसरे नंबर पर रहे.
योगी आदित्यनाथ ने एक साथ बनाए कई रिकॉर्ड
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की चुनौती को पूरी तरह से धता बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह भी साबित कर दिया कि गोरखपुर उनका गढ़ क्यों माना जाता है. योगी आदित्यनाथ ने इस जीत के साथ ही ये रिकॉर्ड बनाए हैं:
आज तक के सभी चुनावों में गोरखपुर शहर विधानसभा सीट पर इस बार योगी आदित्यनाथ को सबसे अधिक वोट मिले हैं. इसके अलावा इस सीट पर सीएम योगी ने अबतक के सबसे अधिक मार्जिन से जीत भी हासिल की है.
आज के नतीजों ने बता दिया है कि योगी ही यूपी के अगले मुख्यमंत्री होने जा रहे हैं. भारत की आजादी के बाद यूपी में ऐसा पहली बार है जब कोई सीएम अपने 5 साल के कार्यकाल को पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता पर काबिज होगा.
गोरखपुर शहर क्यों था योगी आदित्यनाथ के लिए सेफ सीट
अगर गोरखपुर शहर सीट की बात करें तो यह बीजेपी के लिए सेफ सीट माना जाता रहा है. 2017 में गोरखपुर शहर सीट से कुल 23 उम्मीदवारों ने अपना भाग्य आजमाया था. बीजेपी की ओर से उम्मीदवार राधा मोहन दास ने अकेले 55.9% से ज्यादा वोट अपने नाम किया था. 28.1% वोट के साथ कांग्रेस के उम्मीदवार राणा राहुल सिंह दूसरे नंबर पर बहुत पीछे थे.
तीसरे नंबर पर बीएसपी के जनार्दन चौधरी थे, जिन्हें 11.1% वोट मिले थे.
खास बात है कि 1967 के बाद से बीजेपी और जनसंघ गोरखपुर शहर सीट से नहीं हारी है. सिर्फ 2002 में एक बार हार मिली भी थी तो अखिल भारतीय हिंदू महासभा के हाथों . तब महासभा के उम्मीदवार डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल ने 39% वोट पर कब्जा किया था और बीजेपी उम्मीदवार शिव प्रताप शुक्ला को 14% वोट मिले थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)