कूच बिहार में 10 अप्रैल को वोटिंग के दौरान हुई फायरिंग वाले हादसे को लेकर अब अमित शाह ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित शाह ने कहा है कि कूच बिहार में हुई हिंसा की वजह ये है कि बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से अपील की थी कि वो सुरक्षा बलों को निशाना बनाएं. अमित शाह ने बंगाल के सांतिपुर में रैली के दौरान ममता बनर्जी पर इस तरह के आरोप लगाते हुए भाषण दिया. इसके पहले चुनाव आयोग ने कहा था कि- 'अपनी जान बचाने CISF जवानों ने फायरिंग की.'
दीदी आपके कारण 4 युवाओं की मौत हो गई: शाह
अमित शाह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा-
कुछ युवाओं ने ममता दीदी के बहकावे में आकर बूथ पर हमला कर दिया. CISF के हथियार छीनने का प्रयास किया. CISF को मजबूरी में गोली चलानी पड़ी और 4 युवाओं की जान चली गई. मैं पूछना चाहता हूं, युवाओं ने ऐसी हिम्मत क्यों की. कुछ ही दिन पहले उसी सीट पर ममता दीदी की बैठक थी. दीदी ने उसमें सरेआम ऐलान किया कि युवाओं और महिलाओं आगे आओ, CAPF को घेर लो और उन पर हमला करो. दीदी आप तो कहकर चली गईं मगर आपके कारण उन 4 युवाओं की मौत हो गई.अमित शाह, गृह मंत्री
कूचबिहार की घटना के लिए अमित शाह जिम्मेदार: ममता
कूच बिहार में हुई घटना को लेकर एक दिन पहले ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया था और उन्हें इसके लिए जिम्मेदार ठहराया. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि- 'कूच बिहार में फायरिंग की घटना पूर्व नियोजित थी. मैंने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं.'
“मुझे लगता है कि कूचबिहार की घटना के लिए अमित शाह पूरी तरह से जिम्मेदार हैं और वे खुद ही साजिशकर्ता हैं. मैं केंद्रीय सुरक्षाबलों को दोष नहीं दूंगी क्योंकि वे गृहमंत्री के आदेश पर काम कर रहे हैं. हम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करते हैं.”ममता बनर्जी, टीएमसी चीफ
वहीं तृणमूल कांग्रेस ने कूचबिहार में हुई फायरिंग की घटना पर चुनाव आयोग को पत्र लिखा. जिसमें टीएमसी ने गोलीबारी में 4 लोगों की मौत के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों को जिम्मेदार ठहराया है.
अपनी जान बचाने CISF जवानों ने की फायरिंग: चुनाव आयोग
वहीं कूचबिहार की घटना पर चुनाव आयोग का कहना है कि गलतफहमी की वजह से केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ स्थानीय लोगों की झड़प हुई थी. आयोग ने कहा, "सुरक्षा बल पोलिंग बूथ के पास एक बीमार लड़के मदद करने की कोशिश कर रहे थे, जब कुछ स्थानीय लोगों को लगा कि CISF बच्चे को पीट रही है."
“गलतफहमी की वजह से गुस्से भीड़ ने CISF जवानों पर हमला किया. कुछ ने जवानों के हथियार छीनने की भी कोशिश की. सुरक्षा बलों ने पहले हवा में फायर किया लेकिन भीड़ पीछे नहीं हटी.”चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने कहा, "कोई और विकल्प न देखते हुए और अपनी जान, और EVM जैसी सरकारी संपत्ति को बचाने के लिए CISF जवानों ने फायरिंग कर दी."
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)