पश्चिम बंगाल में जारी चुनावी घमासान के बीच किसान आंदोलन की एंट्री भी हो गई है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बंगाल में महापंचायत की शुरुआत की है. शनिवार को किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत के जरिए कोलकाता व नंदीग्राम में बीजेपी पर हमला बोला.
पश्चिम बंगाल चुनाव में नंदीग्राम सीट काफी सुर्खियों में है. क्योंकि यहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं. ऐसे में नंदीग्राम में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
‘बीजेपी ने देश को लूटा, वोट मत करना’
कृषि कानूनों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा पश्चिम बंगाल में महापंचायत का आयोजन कर रहा है. इस सिलसिले में शनिवार को नंदीग्राम में किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत को संबोधित किया.
नंदीग्राम में राकेश टिकैत ने कहा कि “बंगाल के लोगों को संदेश है कि भारत सरकार ने देश को लूट लिया है उन्हें वोट नहीं करना..अपने बंगाल को बचाना. अगर कोई वोट मांगने आए तो उनसे पूछना कि हमारा MSP कब मिलेगा, धान की कीमत 1850 हो गई है वो कब मिलेगी?”
‘संसद के बाहर लगाएंगे मंडी’
राकेश टिकैत ने कहा कि, “संयुक्त मोर्चा ने तय किया है कि एक नई मंडी संसद के सामने खोली जाएगी. ट्रैक्टर दिल्ली मे फिर से प्रवेश करेंगे. हमारे पास साढ़े 3 लाख ट्रैक्टर और 25 लाख किसान हैं. हमारा अगला टारगेट है कि फसल को संसद के बाहर बेचा जाएगा.”
पश्चिम बंगाल में संयुक्त किसान मोर्चा का 3 दिवसीय कार्यक्रम
संयुक्त किसान मोर्चा महापंचायत के जरिए लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे किसान विरोधी रवैये को लेकर विधानसभा चुनावों में बीजेपी को वोट न देकर सबक सिखाएं. बीजेपी के खिलाफ बगावती तेवर दिखाते हुए किसान नेता उन सभी राज्यों में जा रहे हैं जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. पश्चिम बंगाल में संयुक्त किसान मोर्चा ने 3 तीन का कार्यक्रम रखा है.
बता दें कि बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और पहले चरण की वोटिंग की शुरुआत 27 मार्च से होगी.
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