बंगाल में चुनाव रिजल्ट के बाद हिंसा हो रही है. बीजेपी ने कहा है कि उनसे 6 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है तो टीएमसी ने भी कहा है कि उनके 5 कार्यकर्ता मारे गए हैं. दोनों ही पार्टियों ने एक दूसरे पर हिंसा का आरोप लगाया है. इस बीच ममता बनर्जी ने राज्य में शांति बनाए रखने की अपील की है
दूसरी तरफ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 4 मई को कोलकाता पहुंच रहे हैं और 5 मई को बीजेपी ने देशभर में दिनभर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है. ठीक उसी दिन ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली हैं.
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा की घटनाओं पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट मांगी है. बंगाल के गवर्नर जगदीप घनखड़ ने 3 मई को शाम 5 बजे बीजेपी के बंगाल अध्यक्ष दिलीप घोष से मुलाकात की. इसके बाद गर्वनर ने एक घंटे तक टीएमसी चीफ ममता बनर्जी से मुलाकात की और हिंसा की घटनाओं पर चर्चा की. गवर्नर ने भी राज्य के अधिकारियों से हिंसा की घटनाओं पर रिपोर्ट मांगी है.
बीजेपी का दावा- 6 कार्यकर्ताओं की हुई हत्या
बीजेपी का दावा है कि उनके कम से कम 6 पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है. इसके अलावा कार्यकर्ताओं के घरों और पार्टी के कार्यालय पर हमला किया गया.
टीएमसी का दावा- 5 समर्थक मारे गए
टीएमसी का दावा है कि उनके 5 समर्थकों की हत्या की गई है, इनमें से 3 पूर्वी बरद्वान के हैं और एक हुगली से है.
ISF के भी एक कार्यकर्ता के मारे जाने की खबर
गठबंधन में कांग्रेस और लेफ्ट की सहयोगी इंडियन सेक्यूलर फ्रंट के एक कार्यकर्ता की भी दक्षिणी परगना जिले में मौत की खबर है.
ममता की लोगों की शांति से अपील
ममता बनर्जी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि-
'बंगाल शांतिप्रिय लोगों की जगह है. चुनाव में माहौल में थोड़ी गर्मी रहती है. बीजेपी और CAPF ने लोगों को बहुत तकलीफ पहुंचाई है. लेकिन मैं लोगों से शांति की अपील करती हूं. लोग हिंसा में शामिल ना हों. अगर कोई झगड़ा होता है तो पुलिस को सूचित करें. पुलिस को कानून व्यवस्था बनाए रखना चाहिए.'ममता बनर्जी, सीएम, पश्चिम बंगाल
टीएमसी जीतने के बाद भी ये हिंसा क्यों कर रही है?: घोष
बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष ने कहा है कि- 'ये अच्छा है ममता बनर्जी ने शांति की अपील की है. अगर माहौल शांत नहीं होता है तो हम धरना, प्रदर्शन करेंगे. चुनाव नतीजों के 24 घंटे के अंदर हमारी पार्टी के 5-6 कार्यकर्ता मारे गए. करीब 1000 घरों और पार्टी दफ्तरों में उप्तात मचाया गया. टीएमसी जीतने के बाद भी ये हिंसा क्यों कर रही है?'
बंगाल के अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आई हैं. सोशल मीडिया पर भी हिंसा, आगजनी, उप्तात, मारपीट के कई सारे वीडियो वायरल हो रहे हैं.
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