आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर और पोस्टर ब्वॉय बुरहान वानी के गांव से पांचवे चरण की वोटिंग में कोई भी वोट डालने नहीं पहुंचा. ठीक ऐसे ही पुलवामा आतंकी हमले को अंजाम देने वाले हमलावर के गांव में भी सिर्फ 15 लोगों ने वोट डाला. चुनाव अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में आतंकी जिन गांवों से संबंध रखते थे, उनमें भी वोटिंग काफी कम या फिर ना के बराबर हुई.
आतंकी संगठन के पोस्ट ब्वॉय बुरहान वानी के मारे जाने के बाद पूरी घाटी में तनाव फैल गया. इसके बाद सेना और स्थानीय लोगों के बीच संघर्ष काफी बढ़ता चला गया. कई दिनों तक चले इसी संघर्ष में कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी
आत्मघाती हमले को दिया था अंजाम
जम्मू-कश्मीर का गुंडीबाग गांव पुलवामा हमले के बाद चर्चा में आया. इस हमले को अंजाम देने वाला आत्मघाती हमलवार आदिल डार इसी गांव का रहने वाला था. आदिल डार ने जैश के इशारों पर इस खतरनाक आतंकी हमले को अंजाम दिया था. उसने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले में विस्फोटकों से भरी कार टकराकर ब्लास्ट कर दिया. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. अब उसके गांव से लोकसभा चुनाव के लिए सिर्फ 15 लोग ही वोट डालने पहुंचे.
अनंतनाग में सिर्फ 2.38 प्रतिशत मतदान
बताया जा रहा है कि कई मतदान केंद्रों पर हालात यही रहे. जम्मू-कश्मीर के जिन इलाकों में आतंकियों की पकड़ मानी जाती है, उनमें वोटिंग प्रतिशत शून्य रहा. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पांचवे चरण में कुल 2.38 प्रतिशत मतदान हुआ. बता दें कि ये ऐसे इलाके हैं जहां लगभग हर समय सेना की हलचल रहती है. इसीलिए सेना और ग्रामीणों में काफी तनाव का माहौल रहता है. वोटिंग के दौरान भी यहां भारी सुरक्षाबल मौजूद थे. सभी ग्रामीणों से भारी संख्या में वोट डालने की भी अपील की गई थी, लेकिन हालात वही रहे.
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