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विद्या बालन की बेगम जान: मिस न करने की 5 वजहें

14 अप्रैल को आ रही है बेगम जान, विद्या की ये फिल्म छोड़िएगा मत.

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विद्या बालन को आपने कई अवतारों में देखा होगा लेकिन विद्या को आप बेगम जान के रूप में पहली देखेंगे. विद्या की फिल्मों की च्वाइस काफी हटकर होती है. चाहे ‘घनचक्कर हो या फिर कहानी’ विद्या ने हर बार एक नई किस्म की हटके फिल्म को ही चुना है.

अब विद्या बेगम जान बनकर आ रही हैं. फिल्म भारत पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान की कहानी है. आप भी सोच रहे होंगे की कई बार आपने भारत पाक बंटवारे पर बेस्ड फिल्म देखी है तो इसमें क्या अलग बात है? तो चलिए हम लेकर आए हैं आपके लिए 5 ऐसी वजहें जो ये बताती हैं कि आपको बेगम जान का दिल खोलकर स्वागत करना चाहिए और थिएटर जाकर ये फिल्म देखनी चाहिए.

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विद्या बालन

कारणों में सबसे पहला कारण हैं विद्या बालन. कहानी-2 की सफलता के बाद विद्या बालन ने सिल्वर स्क्रीन पर वापसी की है. फिल्म में विद्या एक कोठे की मालकिन का किरदार निभा रही हैं. ट्रेलर को देखकर विद्या के कैरैक्टर के बारे में साफ पता चलता है कि विद्या को अपनी फिल्म को हिट करने के लिए किसी भी हीरो की जरुरत नहीं है.

विद्या ने बिना किसी बड़े स्टार के फिल्म में ना होने के बावजूद भी फिल्म को हिट बनाया है.

रिमेक

ये बात तो हम सभी जानते हैं की किसी भी फिल्म का रीमेक इसी लिए बनाया जाता है क्योंकि वो हिट होती है. बेगम जान की भी यही कहानी है. बेगम जान बंगाली फिल्म राजकाहिनी का रीमेक है. राज कहानी ने बंगाली में कई अवार्ड भी जीते और फिल्म काफी हिट भी रही. बेगम जान इसी फिल्म का रीमेक है फर्क सिर्फ इतना है कि बेगम जान पंजाब में रहने वाली औरतों पर बनी है और राजकहानी बंगाल के कोठे की औरतों पर. बेगम जान से फिल्म के डायरेक्टर श्रीजीत मुखर्जी हिन्दी फिल्मों में अपनी एंट्री लेंगे. जिन लोगों नें राजकाहिनी देखी होगी उनको बेगम जान को देखने की उत्सुकता जरूर होगी.

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चंकी पांडे

चंकी पांडे को आपने अकसर कॉमेडी फिल्मों में देखा होगा. बांग्लादेश में उनकी फिल्में खूब चलती हैं और अब चंकी पांडे को पहली बार एक नेगेटिव किरदार में देखेंगे. चंकी की मानें तो उनके लिए ये रोल काफी चैलेंजिंग था.

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1947

बंटवारे का दर्द समेटने की कई फिल्मों ने कोशिश की है. और दर्शकों को ये रास भी आई. गरम हवा से लेकर गदर तक, अलग- अलग पृष्ठभूमि पर फिल्म बनी और हिट भी हुई. अब एक नया एंगल चुना गया है, भारत पाकिस्तान की सीमा पर एक कोठे की कहानी है, जिसके किरदार बहुत दमदार हैं.

सपोर्टिंग कास्ट

फिल्म की मेन लीड जितनी ही ताकतवर है उतनी फिल्म की सपोर्टिंग कास्ट भी. फिल्म में विद्या बालन के साथ नसीरुद्दीन शाह, गौहर खान, इला अरुण और रजित कपूर जैसे एक्टर्स हैं. अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि फिल्म कैसी होगी.

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