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फिल्म रिव्यू: अमिताभ की एक्टिंग दमदार, पर ‘सरकार 3’ में दम नहीं!

फिल्म में चाय के लंबे-लंबे घूंट आपको थोड़ा बेचैन कर दे, लेकिन अमिताभ बच्चन को देखना आपको राहत पहुंचा सकता है.

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वास्तविक शक्ति डर से नहीं, सम्मान से बाहर आती है...हाथों में चाय का प्याला, कलाइयों में लिपटी हुई रुद्राक्ष की माला..अमिताभ बच्चन के तल्ख अंदाज और इस डायलॉग के साथ फिल्म सरकार-3 की शुरुआत होती है. सुभाष नागरे के रोल में एक बार फिर अमिताभ अपने किरदार में खरे उतरे हैं.

फिल्म में चाय के लंबे-लंबे घूंट लेना शायद आपको थोड़ा बेचैन कर दे, लेकिन ऑनस्क्रीन अमिताभ बच्चन को देखना आपको राहत पहुंचा सकता है.

पूरा रिव्यू जानने के लिए वीडियो देखें.

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