बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) के पति राज कुंद्रा (Raj Kundra) एक बार फिर मुसीबत में घिर गए हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कुंद्रा की 97.79 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति अटैच कर ली है. ईडी ने मनी लॉड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत यह एक्शन लिया है. बता दें कि राज कुंद्रा इससे पहले पोर्नोग्राफी मामले में जेल जा चुके हैं.
क्या है पूरा मामला?
कुर्क की गई संपत्तियों में जुहू में स्थित एक फ्लैट भी शामिल है, जो वर्तमान में अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के नाम पर है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने पुणे स्थित एक बंगला और बिजनेसमैन राज कुंद्रा के नाम पर इक्विटी शेयर भी अटैच की है.
बता दें कि साल 2021 में राज कुंद्रा का नाम पोर्नोग्राफी केस में भी सामने आया था. इसके बाद उनकी गिरफ्तार भी हुई थी. हालांकि बाद में राज कुंद्रा को जमानत मिल गई थी.
महाराष्ट्र पुलिस और दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज कई FIR के आधार पर जांच एजेंसी ने वेरिएबल टेक पीटीई लिमिटेड के दिवंगत अमित भारद्वाज, अजय भारद्वाज, विवेक भारद्वाज, सिम्पी भारद्वाज, महेंद्र भारद्वाज और कई एमएलएम एजेंटों के खिलाफ जांच शुरू की थी. आरोप लगाया गया कि उन्होंने बिटकॉइन के रूप में प्रतिमाह 10 प्रतिशत रिटर्न के झूठे वादे के साथ लोगों से बिटकॉइन (2017 में ही 6600 करोड़ रुपये मूल्य) के रूप में भारी मात्रा में धन इकट्ठा किया था.
इसके जरिए बिटकॉइन लोगों से भारी मात्रा में लिया गया, जिस पर निवेशकों को क्रिप्टो करेंसी में भारी रिटर्न मिलना था.
ईडी ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा कि प्रमोटरों ने निवेशकों को धोखा दिया और गलत तरीके से प्राप्त बिटकॉइन को ऑनलाइन वॉलेट में छुपा दिया. जांच में यह भी पता चला कि राज कुंद्रा को यूक्रेन में बिटकॉइन माइनिंग फॉर्म स्थापित करने के लिए गेन बिटकॉइन पोंजी घोटाले के मास्टरमाइंड और प्रमोटर अमित भारद्वाज से 285 बिटकॉइन प्राप्त हुए थे. ये बिटकॉइन अमित भारद्वाज ने निवेशकों से एकत्र किए गए आय से प्राप्त किए थे.
ईडी अधिकारी ने बताया कि इसको लेकर सौदा सफल नहीं हुआ, ऐसे में राज कुंद्रा के पास अभी भी 285 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत वर्तमान में 150 करोड़ रुपये से अधिक है.
जांच के दौरान इस मामले में कई सर्च ऑपरेशन चलाए गए और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया.
अधिकारी ने कहा, "सिम्पी भारद्वाज को 17 दिसंबर 2023 को नितिन गौड़ को 29 दिसंबर 2023 को और निखिल महाजन को 16 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया गया था. ये सभी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. हालांकि इस मामले में मुख्य आरोपी अजय भारद्वाज और महेंद्र भारद्वाज अभी भी फरार हैं."
इससे पहले ईडी ने इस मामले में 69 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी.
अधिकारी ने बताया कि अब इस मामले में विशेष पीएमएलए अदालत ने संज्ञान लिया है और इस मामले में आगे की जांच जारी है.
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