जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा के विराध प्रदर्शन में मंगलवार रात दीपिका पादुकोण जेएनयू कैंपस पहुंची. दीपिका ने जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) अध्यक्ष आइशी घोष से भी मिली, जो हमले में जख्मी हो गईं थीं. जेएनयू को समर्थन करने पर जहां एक तरफ दीपिका के साहस की तारीफें हो रहीं हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी अपकमिंग फिल्म ‘छपाक’ को बायकॉट करने की मांग उठ रही है. सोशल मीडिया पर #BOYCOTTCHHAPAAK ट्रेंड कर रहा है.
जेएनयू के सपोर्ट में आईं दीपिका से उनके कुछ फैंस नाराज हो गए हैं. लोग 10 जनवरी को रिलीज होने वाली दीपिका की फिल्म ‘छपाक’ को बायकॉट करने की सलाह दे रहे हैं. यही नहीं कई फैंस ने छपाक के बुक टिकट कैंसिल कर दिए हैं. लेकिन कुछ लोग दीपिका और उनकी फिल्म ‘छपाक’ को सपोर्ट कर रहे हैं. सोशल मीडिया दीपिका के समर्थन में
लोग दीपिका के जेएनयू छात्रों के सपोर्ट में उतरने को चीप पब्लिसिटी स्टंट बता रहे हैं. और #BOYCOTTCHHAPAAK लिख कर फिल्म को न देखने की सलाह दे रहे हैं.
सपोर्ट में भी आए लोग
ट्विटर पर एक यूजर ने वीडियो पोस्ट किया है जिसमें दीपिका एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते देखने की इच्छा जाहिर कर रहीं हैं. यूजर का कहना है कि इसमें कोई ताजुब की बात नहीं कि दीपिका जेएनयू को सपोर्ट कर रहीं हैं.
वहीं दीपिका के इस कदम की आम लोगों के साथ-साथ बॉलीवुड ने भी तारीफ की है. अनुराग कश्यप, कृति सेनन, स्वरा भास्कर जैसे कई सितारों ने दीपिका ये इस कदम को साहसी बताया है.
इससे पहले जब दीपिका से जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा पर सवाल किया गया था, तो उन्होंने कहा था, 'मुझे ये कहते हुए गर्व महसूस होता है कि हम खुद को व्यक्त करने से डरते नहीं हैं. मुझे लगता है कि हम देश और इसके भविष्य के बारे में सोच रहे हैं, जो भी हमारी विचारधारा हो, ये देखना अच्छा है.'
मेधना गुलजार के डायरेक्शन में बन रही दीपिका पादुकोण की ‘छपाक’ 10 जनवरी को रिलीज होने जा रही है. ये फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर आधारित है.
आलिया भट्ट, अनुराग कश्यप, दीया मिर्जा, , अनुभव सिन्हा, नीरज घेवान, विशाल भारद्वाज समेत कई सितारों ने छात्रों के साथ हुई हिंसा पर गुस्सा जाहिर किया था.
जेएनयू में हमला, आरोप-प्रत्यारोप शुरू
दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में 5 जनवरी की शाम भारी हिंसा और तोड़फोड़ हुई है. पुलिस इसे दो ग्रुप्स के बीच झड़प का नतीजा बता रही है. वहीं, जेएनयू छात्र संघ ने छात्रों और प्रोफेसरों पर हमले के पीछे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का हाथ होने का आरोप लगाया है. उधर, एबीवीपी लेफ्ट विंग एक्टिविस्ट्स पर जेएनयू में हिंसा के आरोप लगा रहा है.
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