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‘ड्रीम गर्ल’ क्रिटिक रिव्यू: सेंसिटिव मैसेज के साथ हंसी का फुल डोज

आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ आज रिलीज हो गई है.

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आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ 13 सितंबर को रिलीज हो गई है. राज शांडिल्‍य के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में आयुष्मान खुराना और नुसरत भरूचा लीड रोल में हैं. फिल्मों में अलग-अलग फ्लेवर देने के बाद आयुष्मान एक बार फिर नए अवतार में दिखाई दे रहे हैं.

इस बार कॉमेडी का तड़का लगाने के लिए आयुष्मान ने लड़की का गेटअप अपनाया है. कहीं वो पूजा के किरदार में नजर आ रहे हैं, तो कहीं रामलीला में सीता और कृष्ण की राधा के किरदार में दिखाई दे रहे हैं.

सोशल मीडिया पर तो आयुष्मान की फिल्म रिलीज से पहले ही काफी तारीफें बटोर चुकी है, क्रिटिक्स भी इसे आयुष्मान की बेहतरीन फिल्म बता रहे हैं.

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ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श ने फिल्म देखने के बाद अपने सोशल एकाउंट पर 'ड्रीम गर्ल' का पहला रिव्यू पोस्ट किया है. ‪ उन्होंने लिखा है, ''आयुष्मान खुराना का ड्रीम रन जारी है. कॉमेडी के डोज के साथ फुल ऑन एंटरटेंमेंट.. मजाकिया डायलॉग से सजाया हुआ... आयुष्मान, अनु कपूर शानदार हैं. राज शांडिल्‍य का डायरेक्शन सही तार छेड़ता है.''

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हंसी का भरपूर डोज

आयुष्मान खुराना ने फिल्म में एक छोटे से शहर के लड़के करमवीर सिंह का किरदार निभाया है, जो कि लड़कियों की आवाजें निकालने में माहिर है. इसी खूबी की वजह से उसे बचपन से रामलीला में सीता का किरदार निभाने को मिला. करमवीर को घर चलाने के लिए मजबूरन अपने दोस्त के कॉल सेंटर में ‘पूजा’ के नाम से जॉब ज्वाइन करनी पड़ती है. आयुष्मान की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ हंसी मजाक का भरपूर डोज है. कॉमेडी के साथ-साथ फिल्म में एक सेंसिटिव मैसेज भी है, जो आज के दौर में आपसी समझ और अपनों से दूरी को पर्दे पर बखूबी उतारता है. इस दौड़ती-भागती दुनिया में हर इंसान कितना अकेला है, इस मुद्दे को आयुष्मान ने सरलता और सहजता के साथ फिल्म में दिखाने की कोशिश की है. 
खलीज टाइम्स 

खलीज टाइम्स ने इसे 3 स्टार दिए हैं.

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ऊबड़-खाबड़ स्क्रिप्ट पर आयुष्मान की बेहतरीन एक्टिंग

आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘ड्रीम गर्ल’ कॉमेडी का तड़का है. इस फिल्म के वन-लाइनर्स और चुटकुले बेहतरीन है. लेकिन इतने ह्यूमर और कॉमडी के बावजूद फिल्म अपने बेसिक आइडिया के आस-पास भी नजर नहीं आती. 137 मिनट लंबी कहानी एक कॉमेडी नाटक की तरह है. ऊबड़-खाबड़ तर्ज पर बनाई गई कॉमेडी स्क्रिप्ट एक आशाजनक नोट के साथ शुरू होती है, लेकिन सेकंड हाफ में ये फिल्म अपनी चमक खो देती है. बहुत सारे प्लॉट ट्विस्ट के साथ, कई तरह के किरदार और चमक के साथ ‘ड्रीम गर्ल’ अपना मैसेज देने में फेल हो गई.
इंडिया टुडे

इंडिया टुडे ने इसे 3 स्टार दिए हैं.

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