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बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र,जिनकी खूबसूरती के दिलीप कुमार भी कायल 

धर्मेंद्र ने रुपहले पर्दे पर एक्शन, रोमांटिक किरदार हो या, कॉमेडी हर किरदार में खुद को ढाला

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बॉलीवुड का वो दौर जब फिल्म का हीरो सीधा-साधा सा इंसान बनकर हिरोइन के साथ रोमांस करता था. उस दौर में पर्दे पर एक ऐसे नायक का उदय हुआ, जिसने अपने एक्शन और स्टंट से तहलका मचा दिया. आगे चलकर वो नायक बॉलीवुड का 'हीमैन' बन गया. जी हां हम बात कर रहे हैं धर्मेंद्र की जो आज अपना 83वां जन्मदिन मना रहे हैं.

एक्शन ही नहीं इस नायक की खूबसूरती के दिलीप कुमार भी कायल थे, तभी तो एक बार उन्होंने कहा था कि अगर मुझे खुदा मिलें तो मैं शिकायत करूंगा कि मुझे वैसा क्यों नहीं बनाया.

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धर्मेंद्र ने ना सिर्फ रुपहले पर्दे पर अपना एक्शन दिखाया, बल्कि रोमांटिक किरदार हो या, कॉमेडी हर किरदार में खुद को ढाला. धर्मेंद्र का 83 वां जन्मदिन हैं, लेकिन उनकी जिंदादिली में कोई कमी नहीं आई है, धर्मेंद्र खुद को आज भी 28 साल का नौजवान मानते हैं. 

फूल और पत्थर में उतारी थी शर्ट

फिल्म अनुपमा का नौजवान लेखक अशोक हो, बंदिनी का डॉक्टर या शोले का वीरू उनकी बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट काफी लंबी है. 1966 में आई फिल्म फूल और पत्थर के बाद तो देश में उनके नाम की ऐसी लहर चली कि पूरे मुल्क में वो मशहूर हो गए. इस फिल्म में पहली बार किसी इंडियन एक्टर ने कमीज उतारकर अपना सीना दिखाया था, जबकि उस दौर में किसी एक्टर का कमीज उतारना, एक रिस्क के तौर पर देखा जाता था.

धर्मेंद्र की पर्सनालिटी में ऐसी खूबी थी कि वो एक पल में सीधे, निर्मल, शीतल, खामोश और शर्मीले इंसान के किरदार में नजर आते हैं, तो दूसरे पल में वो हीमैन बनकर विलेन पर लात-घूसे बरसाते हैं.

शोले जैसी फिल्मों में धर्मेंद्र को एक ऐसे एक्टर के तौर पर दिखाया गया, जो बोलता कम और मारता ज्यादा है. वह देसी है और किसी भी विलेन को पछाड़ सकता है. वहीं 75 साल की उम्र में फिल्म यमला पगला दीवाना में धरम सिंह बनकर दर्शकों को खूब हंसाया, उनके के जोश में जरा भी कमी नहीं दिखी.

धर्मेंद्र ने  रुपहले पर्दे पर एक्शन, रोमांटिक किरदार हो या, कॉमेडी हर किरदार में खुद को ढाला
वैसे अपनी मां के निधन के बाद धर्मेंद्र अपना जन्मदिन दिल से नही मनाते है. उनका मानना है कि जब जन्म देनेवाली ही इस दुनिया में नहीं है तो क्या जन्मदिन मनाना. मेरी मां बड़े धूमधाम से मेरा जन्मदिन मनाया करती थी, अब तो बस जन्मदिन है तो ऐसे ही मनाना पड़ता है. हां लोगों का प्यार मोहब्बत है कि वो खुद ही मेरा बर्थडे मनाते हैं, ये देखकर मुझे बहुत खुशी होती है कि लोगों के दिलों में मेरे लिए इतना प्यार है.

धर्मेद्र और हेमा ने बर्निंग ट्रेन, शोले, नसीब और ड्रीम गर्ल जैसी फिल्मों में साथ काम किया था. 1979 में दोनों शादी के बंधन में बंधे.

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