अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘पीकू’ देखने के बाद ये यकीन हो जाता है कि ‘कांस्टीपेशन’ जैसे मुद्दे पर बनी फिल्म को भी अगर बेहतरीन ढंग से पेश किया जाए तो दर्शकों के देखने का नजरिया ही कुछ और होता है. उसके बाद टॉयलेट के मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए संजीदगी से अपनी ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’ के जरिये अक्षय कुमार ने जो मैसेज दिया वो भी तारीफ के काबिल था. ऐसा ही एक मैसेज पिच्कू ले कर आ रहा है अपनी अपकमिंग फिल्म ‘हल्का’ में.
स्वच्छ भारत अभियान पर आधारित पिच्कू की कहानी झुग्गी-बस्ती में रहने वाले एक बच्चे की है. जो अपनी आकांक्षाओं और सपनों को पूरा करना चाहता है.ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे पिच्कू अपनी रोजमर्रा की समस्याओं से लड़ता है. उसका सपना है खुद के लिए टॉयलेट बनवाने का.
इस फिल्म में रणवीर शौरी, पाओली दाम और चाइल्ड एक्टर तथास्तु जैसे कलाकार लीड रोल में दिखाई देंगे. यह फिल्म स्वच्छ भारत अभियान से जुड़ी है.
आपको बता दें कि इस साल की शुरुआत में, इस फिल्म ने पोलैंड में बच्चों और युवाओं के किनोल्ब फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म के लिए ग्रांड प्रिक्स जीता था. इसके अलावा मार्च में हुए वर्ल्ड प्रीमियर में इसने 21 वें मॉन्ट्रियल इंटरनेशनल चिल्ड्रेन फिल्म फेस्टिवल में ग्रैंड प्रिक्स डी मॉन्ट्रियल भी जीता.
शिव नादर फाउंडेशन की यह फिल्म रोशनी नादर मल्होत्रा के साथ अक्षय पारजा और नीला माधब पांडा के सहयोग से निर्मित की गई है.आई एम कलाम के डायरेक्टर नीला माधब पांडा की फिल्म 'हल्का' 7 सितंबर को रिलीज होगी.
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