अभिनेता कादर खान ने 31 दिसंबर को इस दुनिया को अलविदा कह दिया. उनके देहांत से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक है. अब अमूल इंडिया ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए एक पोस्टर शेयर किया है, जिसमें उनके यादगार किरदारों को दिखाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई दिग्गज सितारे उन्हें पहले ही श्रद्धांजलि दे चुके हैं.
इस पोस्टर पर लिखा है, 'सब कद्र करते थे उनकी.' अमूल ने इस पोस्टर को शेयर करते हुए लिखा है, 'दिग्गज फिल्म अभिनेता/स्क्रीनराइटर/कॉमेडियन और डायरेक्टर को श्रद्धांजलि.'
एक वक्त में फिल्म इंडस्ट्री के सबसे शानदार कॉमेडियन रहे कादर खान का 31 दिसंबर को 81 साल की उम्र में देहांत हो गया था. लंबे वक्त से बीमार चल रहे कादर खान कनाडा में अपने बेटों के पास रह रहे थे. वो प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी (PSP) से जूझ रहे थे.
प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लियर पाल्सी दिमाग की एक दुर्लभ बीमारी है, जिसका असर चलने-फिरने, बैलेंस बनाने, बोलने, निगलने, देखने, सोचने, मूड और बर्ताव पर पड़ता है.
2 दिसंबर को कनाडा में ही उनके पार्थिव शरीर को मस्जिद ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया. कादर खान को आखिरी बार 2015 में आई फिल्म ‘दिमाग का दही’ में देखा गया था.
कॉमेडियन से लेकर विलेन बने कादर खान
कादर खान का जन्म 22 अक्टूबर, 1937 को काबुल में हुआ था. उन्होंने 1973 में ‘दाग’ फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. इस फिल्म में राजेश खन्ना लीड रोल में थे. इससे पहले वह रणधीर कपूर और जया बच्चन की फिल्म ‘जवानी-दिवानी’ के लिए संवाद लिख चुके थे.
उन्होंने अपने करियर में 300 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है. एक दौर था, जब अमिताभ बच्चन की हर दूसरी फिल्म में कादर खान नजर आते थे. वो अभिनेता के साथ-साथ डायलॉग राइटर भी रहे हैं.
कादर खान ने मनमोहन देसाई के साथ मिलकर ‘गंगा जमुना सरस्वती, ‘कुली’, 'सुहाग', ‘धर्मवीर’, ‘देशप्रेमी’,‘अमर अकबर एंथनी’ और मेहरा के साथ ‘ज्वालामुखी’, ‘शराबी’, ‘लावारिस’ और ‘मुकद्दर का सिकंदर’ जैसी फिल्में लिखी. उन्होंने ‘हिम्मतवाला’, ‘कुली’, ‘कर्मा, ‘सरफरोश’ जैसी कई हिट फिल्मों के संवाद लिखे हैं.
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