चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी बायोपिक 'पीएम नरेंद्र मोदी' की रिलीज पर रोक लगा दी है. लोकसभा चुनावों के लिए वोटिंग के पहले फेज, 11 अप्रैल को रिलीज हो रही इस फिल्म को लेकर विपक्ष लंबे समय से ऐतराज जता रहा था.
फिल्म पर लगी रोक पर लीड एक्टर विवेक ओबरॉय और डायरेक्टर ओमंग कुमार का तो अभी कोई बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर काफी चर्चा है. जहां एक ओर कई लोग फिल्म के बैन पर खुश हैं, वहीं पीएम के फैंस चाहते हैं कि फिल्म रिलीज की जाए.
रोक के खिलाफ फिल्म समर्थक
एक यूजर का कहना है कि इसकी रिलीज के लिए सभी समर्थकों को मिलकर अभियान चलाना चाहिए. एक यूजर ने लिखा, 'मोदी जी के जीवन पर बनी इस फिल्म के लिए सभी को एक जुट होकर अभियान चलाना चाहिए,ओर एकता का संदेश देना चाहिए,हम सही का समर्थन कर रहे है न कि गलत का...'
तो कई यूजर्स में खुशी
वहीं, इस फिल्म को ‘प्रोपगेंडा फिल्म’ बताने वाले लोग खुश हैं कि चुनाव आयोग ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए बैन कर दिया है.
मीडिया प्रोफेशनल राज बद्धन ने कहा कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले बायोपिक बैन करने का चुनाव आयोग का ये फैसला अच्छा है. 'लेकिन उन्होंने एक दिन पहले एक्शन लिया, उन्हें इससे पहले ही कार्रवाई करनी चाहिए थी.'
विवेक के करियर पर तंज
छात्र नेता उमर खालिद ने विवेक ओबरॉय पर तंज कसते हुए लिखा, 'चुनाव आयोग ने मोदी बायोपिक को बैन कर दिया है. 'चाटूकार' विवेक ओबरॉय के लिए एक मिनट का मौन'
रिलीज से पहले ही मिल गई रेटिंग?
चुनाव आयोग ने फिल्म पर रोक लगा दी है, लेकिन रिलीज से पहले ही फिल्म को रेटिंग वेबसाइट IMDb पर 10 रेटिंग मिल गई है. गूगल पर फिल्म का नाम डालने पर IMDb पर इसकी रेटिंग 10/10 दिखा रहा है.
पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले 12 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन फिर मेकर्स ने इसे एक हफ्ता पहला 5 अप्रैल को रिलीज करने का फैसला लिया. सुप्रीम कोर्ट में 8 अप्रैल को सुनवाई की तारीख तय हुई तो मेकर्स ने रिलीज डेट 5 अप्रैल से 11 अप्रैल कर ली. अब चुनाव आयोग की रोक के बाद देखना होगा कि मेकर्स इसकी नई रिलीज डेट क्या फाइनल करते हैं.
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