विवेक ओबरॉय की फिल्म 'पीएम नरेंद्र मोदी' आज आखिरकार रिलीज होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी पर बनी इस फिल्म को ओमंग कुमार ने डायरेक्ट किया है. विवेक ओबरॉय की ये फिल्म चुनावों से ठीक पहले 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी, जिसके बाद इसे अब लोकसभा चुनावों के नतीजों के ठीक अगले दिन रिलीज किया जा रहा है.
फिल्म में मोदी के बचपन से लेकर संन्यासी बनने और फिर आरएसएस से जुड़ने और पीएम बनने की कहानी दिखाई गई है. फिल्म में कई संवेदनशील मुद्दों- जैसे 2002 में हुए अक्षरधाम मंदिर में हमला, गुजरात दंगे और भारत-पाकिस्तान तनाव को भी दिखाया गया है.
- पीएम नरेंद्र मोदी की जिंदगी पर बनी है फिल्म
- विवेक ओबरॉय ने निभाया है लीड किरदार
- रिलीज से पहले ही कई विवादों में फंस चुकी है फिल्म
- अर्जुन कपूर की ‘इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड’ से है टक्कर
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सोशल मीडिया पर मिले मिक्स रिएक्शन
सोशल मीडिया को फिल्म को मिक्स रिएक्शन मिल रहे हैं. किसी ने फिल्म की तारीफों के पुल बांधे तो किसी ने विवेक की ओवर एक्टिंग का मजाक उड़ाया.
PM मोदी बायोपिक सिनेमा नहीं, सिर्फ एक जुमला है
RJ और फिल्म क्रिटिक स्तुति घोष का मनना है कि पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक का डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले काफी कमजोर है. फिल्म में ये दिखाने की कोशिश की गई है कि मोदी एक ऐसी शख्सियत हैं, जो कभी गलत नहीं हो सकते. यहां तक कि वो सपने में भी कुछ गलत नहीं कर सकते. ये कहना भी गलत नहीं होगा कि फिल्म में मोदी की छवि को जरूरत से ज्यादा चमका कर पेश किया गया है.
चाय पिलाकर की विवेक ओबेरॉय ने पीएम नरेंद्र मोदी बायोपिक की स्क्रीनिंग
गुरुवार को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई. ये स्क्रीनिंग इसलिए भी खास थी क्योंकि लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी ने भरी मतों से जीत हासिल कर ली है. विवेक ओबेरॉय ने फिल्म की स्क्रीनिंग को खास बनाने के लिए सभी गेस्ट को चाय पिलाकर वेलकम किया. स्पेशल स्क्रीनिंग में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी फिल्म देखी.