एक्टर जायरा वसीम ने जब से एक्टिंग छोड़ने का ऐलान किया है, तभी से विवाद खड़ा हो गया है. कोई उनके फैसले का समर्थन कर रहा है, तो किसी ने धर्म के कारण फिल्में छोड़ने के उनके फैसले को गलत बताया है. वहीं स्वामी चक्रपाणि ने जायरा के फैसले की तारीफ करते हुए हिंदू एक्ट्रेस को उनसे सीख लेने की सलाह दे डाली है.
धार्मिक आस्था के लिए जायरा का फिल्म से किनारा करना प्रशंसनीय, हिंदू अभिनेत्रियों को भी जायरा से प्रेरणा लेना चाहिए.स्वामी चक्रपाणि
चक्रपाणि ने कहा कि अगर हिंदू अभिनेत्रियां भी ऐसा करने लगीं तो फिल्म इंडस्ट्री सुधर जाएगी. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति धार्मिक है, वो कभी अधार्मिक या ऐसा काम नहीं करेगा जिससे समाज में गलत संदेश जाए.
जायरा वसीम ने एक्टिंग को कहा अलविदा
दो हिट फिल्में दे चुकीं जायरा वसीम ने रविवार, 30 जून को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बताया कि वो फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह रही हैं, क्योंकि ये उनके और धर्म के रिश्ते में रुकावट बन रहा है.
‘5 सालों में मुझे बेशुमार सफलता मिली है, मुझे एक रोल मॉडल की तरह देखा जाने लगा है, लेकिन वो ये नहीं था जो मैं चाहती थी. फिल्म इंड्स्ट्री में पांच साल होने के बाद मैं ये कबूल करना चाहती हूं कि मैं अपनी इस पहचान से खुश नहीं हूं. यह मुझे मेरे ईमान से दूर कर रहा है. मेरे मजहब के साथ मेरे रिश्तों को खतरा पहुंचा रहा है.’जायरा वसीम
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल ने उनके फैसले का समर्थन किया है. वहीं अनुपम खेर ने उनके फैसले पर चिंता जताते हुए कहा कि हो सकता है उनपर दबाव बनाया गया हो. एक्टर रवीना टंडन ने जायरा पर हमला करते हुए कहा कि वो अपनी पिछड़ी सोच खुद तक ही रखती तो अच्छा होता.
जायरा वसीम ने अब तक दो फिल्मों में काम किया है और उनकी तीसरी फिल्म ‘द स्काई इज पिंक’ इस साल रिलीज हो सकती है. जायरा ने अपने करियर की शुरुआत साल 2016 में आई ‘दंगल’ से की थी, जिसके लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला था. उनकी दूसरी फिल्म ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ 2017 में रिलीज हुई थी.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)