फिल्म निर्माता और निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने कहा है कि जिन लोगों ने कश्मीरी पंडितों के दुखों की अनदेखी की है उन्हें इंटरनेट (सोशल मीडिया) के जरिये उनसे सॉरी बोलना चाहिए. चोपड़ा ने कश्मीरी पंडितों की लिए अपनी फिल्म 'शिकारा' की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी थी. उनकी फिल्म 19 जनवरी 1990 को कश्मीर से भागने को मजबूर वहां के पंडितों पर बनाई गई है. स्क्रीनिंग के दौरान चोपड़ा ने कहा कि कश्मीर के मुसलमानों ने इस फिल्म को बनाने में हमारी मदद की.
विधु विनोद चोपड़ा की यह फिल्म 1990 के दौरान घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है. लेकिन इसमें उस वक्त के वास्तविक फुटेज का भी इस्तेमाल किया गया है. चोपड़ा इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक दोनों हैं. स्क्रीनिंग के दौरान अपने निजी अनुभव सुनाते हुए वह काफी भावुक हो गए.
चोपड़ा ने कहा
कश्मीर के बहुत सारे मुसलमानों को यह पता था कि यह फिल्म कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है. ऐसे लोग मेरे साथ खड़े रहे. उनकी मदद से ही यह फिल्म बन सकी. वे लोग यहां नहीं हैं लेकिन मैं उनके समर्थन के लिए उनका शुक्रिया अदा करता हूं
स्क्रीनिंग के दौरान चोपड़ा ने इस बात प जोर किया है कि किस तरह कश्मीर के मुसलमानों को फिल्म क्रू की मदद की. उन्होंने कहा, ‘’ उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही माहौल देखने को मिलेगा’’. कश्मीर लौटने की संभावना पर चोपड़ा ने कहा कि वह कश्मीर जाएंगे. वे वहां वैसे ही रहेंगे जैसे पहले रहते थे. मैं यही दुआ करता हूं.
‘दिल्ली से आए लोग नहीं समझेंगे कि एक रात में बेघर हो जाना क्या होता है’
चोपड़ा ने इस बात पर दुख जताया कि कश्मीरियों को वर्षों तक कोई मदद नहीं पहुंचाई गई. उन्होंने कहा, ‘’ पिछले 30 साल के दौरान कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया गया. कई सरकारें आईं और गईं. मीडिया समेत आप सभी लोगों ने उनके लिए क्या किया?’’
चोपड़ा ने कहा, ‘’दिल्ली से आए हुए यहां बैठे लोग इस बात का अहसास नहीं कर सकते कि रातोंरात घर छोड़ना क्या होता है. कश्मीरी पंडितों से लोगों को माफी मांगनी चाहिए. उनकी अनदेखी के लिए लोगों को उनसे सोशल मीडिया के जरिये माफी मांगनी चाहिए.’’
विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘शिकारा’ इस साल 7 फरवरी को रिलीज होगी. फिल्म के लीड रोल में सादिया और आदिल खान है.
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