दंगल गर्ल जायरा वसीम ने बॉलीवुड छोड़ने का ऐलान कर दिया है. लेकिन उनके इस ऐलान पर बहस और तरह-तरह की अटकलें जारी हैं. सोमवार सुबह जायरा वसीम के कथित मैनेजर के हवाले से ऐसी खबरें आई थीं कि जायरा वसीम का सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था. लेकिन बाद में उसी मैनेजर ने इनकार कर दिया. सोमवार शाम करीब 4 बजे जायरा वसीम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि किसी दूसरे के दावे पर भरोसा न करें.
मैं ये साफ करना चाहती हूं कि मेरा सोशल मीडिया अकाउंट हैक नहीं हुआ था.सारे सोशल मीडिया हैंडल मैं खुद चलाती हूं. किसी दूसरे के दावे पर भरोसा न करें.जायरा वसीम, अभिनेत्री
आखिर हुआ क्या है?
दरअसल, 30 जून को सुबह-सुबह अभिनेत्री जायरा वसीम ने अपने फेसबुक पेज पर बॉलीवुड को छोड़ने का ऐलान किया. इसके लिए उन्होंने धार्मिक कारणों का हवाला दिया. अभिनेत्री का कहना था,
इस क्षेत्र ने वास्तव में मुझे बहुत प्यार, समर्थन और प्रशंसा दिया है, लेकिन इसने मुझे अज्ञानता के रास्ते पर ले जाने का काम भी किया, क्योंकि मैं चुपचाप और अनजाने में ‘ईमान’ से बाहर भटक गई (अल्लाह की इबादत में मुस्लिमों का दृढ़ मार्ग). जब मैंने ऐसे माहौल में काम करना जारी रखा जो लगातार मेरे ईमान में दखल दे रहा था, तो मेरे धर्म के साथ मेरा रिश्ता खतरे में पड़ गया था.फेसबुक पर जायरा वसीम
जायरे के फैसले पर सोशल मीडिया दंगल
जायरा वसीम के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर ‘दंगल’ छिड़ गया है. बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर का कहना है कि ऐसा हो सकता है कि ये फैसला जायरा का न हो, उन्हें इसके लिए मजबूर किया गया है.
अनुपम खेरउमर अब्दुल्ला समेत कुछ नेताओं ने जहां उनके इस फैसले का बचाव किया, तो वहीं लेखक तसलीमा नसरीन उनके फैसले से खुश नहीं हैं और उन्होंने इस फैसले को मूर्खतापूर्ण बताया है. वहीं पूर्व आईएएस अफसर शाह फैसल ने जायरा के बॉलीवुड छोड़ने के फैसले पर लिखा, 'जायरा वसीम के एक्टर बनने के फैसले का मैंने हमेशा सम्मान किया है. किसी दूसरे कश्मीरी ने इतनी कम उम्र में इतना बड़ा स्टेटस, सफलता और शोहरत हासिल नहीं किया है. और आज जब वो इंडस्ट्री छोड़ रही हैं, तो मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं.'
वहीं इस फैसले पर बॉलीवुड एक्ट्रेस रवीना टंडन ने अपना गुस्सा जाहिर किया है. रवीना ने ट्वीट कर लिखा है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता सिर्फ दो फिल्में करने वाले इंडस्ट्री का अहसान नहीं मान रहे, लेकिन अच्छा होता कि वो बाइज्जत यहां से निकलते और अपनी पिछड़ी सोच खुद तक ही रखते.’
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