बॉलीवुड की अनभवी अभिनेत्री जीनत अमान ने हाल ही में बताया कि कैसे लोगों को उनकी बुद्धि की तुलना में उनके लुक में कहीं ज्यादा रुचि थी. जीनत ने इस बारे में खुलकर बात की कि कैसे उन्होंने अपने लुक्स का फायदा उठाकर ऐसी भूमिकाएं चुनीं जो शानदार रहीं.
वोग के साथ अपने इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि "मुझे शुरू में ही एहसास हो गया था कि फिल्म उद्योग की दुनिया, महिलाओं को यंग और सुंदरता देखना चाहती है. इसलिए मैंने अपने लुक का लाभ उठाया, लेकिन मैंने ऐसी भूमिकाएं भी चुनीं जो दायरे को बढ़ाती थीं. फिर भी उस समय मेरी बुद्धि से अधिक रुचि मेरे चेहरे और फिगर में दिखाई जाती थी. यही एक कारण है कि मुझे उम्र का बढ़ना पसंद है, इसने सभी स्तरों को संतुलित कर दिया है.
उन्होंने यह भी कहा कि...
"70 के दशक में एक प्रमुख अभिनेत्री के रूप में मैं हमेशा बातचीत का विषय होती थी, लेकिन कभी भी अपनी शर्तों पर नहीं. गपशप और धारणाएं कभी-कभी दम घोंटने वाली भी होती थीं, लेकिन, अपने रिकॉर्ड को सीधे स्थापित करने के लिए मेरे पास शायद ही कोई सहारा था."
उन्होनें यह भी कहा कि इंस्टाग्राम पर मुझे खुद को अभिव्यक्त करने की आजादी मिली है.
बता दें, जीनत ने अपने करियर में कई ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. कुछ प्रतिष्ठित फिल्में जिनमें उन्होंने काम किया है, उनमें सत्यम शिवम सुंदरम, डॉन, यादों की बारात, हरे राम हरे कृष्णा, कुर्बानी, दोस्ताना और धरम वीर समेत कई अन्य शामिल हैं.
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