लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन पर बप्पी लाहिड़ी (Bappi Lahiri) ने उन्हें याद करते हुए कहा था कि उनके जैसा कोई और नहीं होगा. नेशनल हेराल्ड को दिए एक इंटरव्यू में वो स्वर कोकिला को याद करते हुए कई बार रो पड़े. उन्होंने कहा, कई लोग कहते थे कि वो मां सरस्वती का अवतार हैं, लेकिन मैं कहता हूं कि वह साक्षात सरस्वती मां थीं. उनको मैं हजार प्रणाम करता हूं. मैं बचपन में उनकी गोद में खेला हूं. उनका जाना मेरे लिए ऐसा है, जैसे मैंने अपनी मां को फिर से खो दिया हो.
बप्पी लाहिड़ी ने इस इंटरव्यू में ये भी बताया कि कैसे जब वो पिछले साल कोरोना संक्रमित होने के बाद ब्रीच कैंडी अस्पताल में 14 दिन के लिए एडमिट थे तब लता मंगेशकर ने रोजाना उनकी तबीयत पूछने के लिए फोन किया.
उन्होंने कहा था, मां ने मेरी पत्नी को हर दिन फोन किया. वो रोजाना ठीक शाम को 7 बजे फोन करती थीं. यहां तक कि जब मैं हॉस्पिटल से आ गया. तब भी वह बहुत चिंतित थीं. खास करके आवाज मेरी आवाज को लेकर.
बप्पी लाहिड़ी और लता मंगेशकर का जुड़ाव
बप्पी लाहिड़ी और लता मंगेशकर का जुड़ाव उनके जन्म से पहले से था. उन्होंने इस इंटरव्यू में बताया, उन्होंने मेरे पिता Aparesh Lahiri के लिए गाया. ये एक बंगाली गाना था और फिल्म नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर थी. मेरे पिता ने इसे कंपोज किया था और लता जी ने गाया था. इस गाने को सुनकर कोई ऐसा नहीं होगा जो रोया न हो.
बप्पी दा ने लता मंगेशकर को याद करते हुए कहा था, मैं सिर्फ 4 साल का था. जब कोलकाता के ईडन गार्डन इलाके में हमारा घर था और लता मंगेशकर हमारे यहां आई थीं. उन्होंने मुझे आर्शीवाद दिया, उनकी गोद में बैठे हुए मेरी वो तस्वीर आज तक मेरे पास है.
'वो नहीं गातीं तो मैं कॉम्पिटिशन से बाहर हो जाता'
उन्होंने मुझे हमेशा सपोर्ट किया. उन्होंने एक बंगाली फिल्म दादू में मेरी पहली कंपोजिशन भी गाई. अगर वो नहीं गातीं तो मैं कॉम्पिटिशन से बाहर हो जाता. इसके बाद पहली बार हिंदी फिल्म चलते चलते में उन्होंने मेरे लिए गाया. उनके गाने प्यार में कभी कभी... और दूर दूर रहे तुम... आज भी गुनगुनाए जाते हैं. इस इंटरव्यू में बप्पी लाहिड़ी ने कहा था कि लता मंगेशकर की तुलना आप किसी से नहीं कर सकते. उनके जैसा कभी कोई दूसरा नहीं होगा.
बप्पी लाहिरी ने इस इंटरव्यू में कहा था,
"मैं उन कुछ लकी कंपोजर्स में से हूं जिनके लिए लता जी ने इतने सारे गाने गाए. मुझे लगता है कि वो कंपोजर्स कितने बदकिस्मत हैं जिन्हें ये नहीं पता कि एक गाने के लिए उनकी आवाज का मतलब क्या है. बप्पी लाहिरी ने बताया था कि सूनी सूनी सेज सजा दूं..., आओ तुम्हें चांद पे ले जाएं... दूर दूर तुम रहे और चंदा देखे चंदा उनकी सबसे पसंदीदा कॉम्पोजिशंस में से एक है."
वहीं, लता जी के गाए एक कॉम्पोजिशन पर बप्पी दा को गर्व था. और वो गाना था-कलियों का चमन. बप्पी लाहिरी ने ये भी बताया कि फिल्म ज्योति के इस गाने को मशहूर अमेरिकन रैपर्स Truth Hurts ने चुना था और उन्होंने इसका इस्तेमाल भी किया.
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