ADVERTISEMENTREMOVE AD

सुशांत केस की जांच जारी,निष्कर्ष पर पहुंचने वाली रिपोर्ट फर्जी:CBI

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई अभी जांच में जुटी हुई है.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में सीबीआई अभी जांच में जुटी हुई है. सीबीआई की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि कुछ रिपोर्ट्स में ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि एजेंसी निष्कर्ष पर पहुंच गई है, ऐसी रिपोर्ट्स पूरी तरह से काल्पनिक और गलत हैं.

सुशांत 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे. मुंबई पुलिस ने शुरू में कहा था कि अभिनेता ने आत्महत्या कर ली, इस मामले को बाद में सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को सौंप दिया गया था.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

स्वामी ने की स्वास्थ्य सचिव से बातचीत

इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत मामले में काफी मुखर रहे बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने 13 अक्टूबर को कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य सचिव से बातचीत की है. स्वामी का दावा है कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की हो रही जांच से संबंधित एम्स की रिपोर्ट के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय को जानकारी नहीं दी गई थी. स्वामी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, "मैंने एम्स टीम की कथित रिपोर्ट से जुड़े अपने 5 सवालों पर स्वास्थ्य सचिव के साथ बातचीत पूरी कर ली है. एक समाचार चैनल ने इस रिपोर्ट को लेकर दावा किया था कि एसएसआर ने आत्महत्या की थी. इस मामले में मंत्रालय को जानकारी नहीं दी गई है, अब मैं संबंधित विशेषज्ञों से बात करूंगा."

स्वामी के सवाल क्या हैं?

स्वामी ने सवाल उठाए हैं कि क्या एम्स की टीम ने सुशांत के शव का पोस्टमॉर्टम किया था या केवल कूपर अस्पताल के डॉक्टरों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से अपनी राय बनाई? क्या डॉ. सुधीर गुप्ता को उच्च अधिकारियों ने कहा था कि एम्स की विशेष टीम द्वारा रिपोर्ट पेश किए जाने से पहले वे साक्षात्कार दें? क्या एम्स की टीम ने सबूतों को नष्ट किए जाने की जांच की? क्या मौत के कारणों पर एक निश्चित राय बनाने के लिए फॉरेंसिक मेडिकल के दृष्टिकोण से सामग्री अपर्याप्त सामग्री थी? और क्या स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस मामले को मंत्रालय के मेडिकल बोर्ड को भेजने पर विचार करेगा?

स्वामी का यह ट्वीट तब आया है, जब कुछ ही दिनों पहले एम्स का पैनल सुशांत की हत्या होने के अंदेशे को खारिज करते हुए इसे आत्महत्या का मामला बता चुका है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×