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दीपिका पादुकोण ने बताया, डिप्रेशन को कैसे हराया जा सकता है

दीपिका पादुकोण खुद भी डिप्रेशन की बीमारी से जूझ चुकी हैं

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बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण ने अपने एनजीओ 'लिव लव लाफ फाउंडेशन' के जरिए एक पोस्ट इंस्टाग्राम पर शेयर की है. इसमें दीपिका ने डिप्रेशन के बारे में खुलकर बात की है. उन्होंने अमेरिका की मशहूर फैशन डिजाइनर केट स्पेड और मशहूर अमेरिकी शेफ एंथोनी बॉर्डन के हालिया सुसाइड का जिक्र करते हुए कहा है कि डिप्रेशन की वजह से उनकी जान चली गई.

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दीपिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के आकड़े का जिक्र करते हुए पोस्ट की शुरुआत में लिखा कि दुनिया में हर 40 सेकेंड में एक शख्स खुदकुशी कर लेता है. उन्होंने लिखा:

“पिछले हफ्ते दुनिया के दो चमकते सितारों ने इस बढ़ती महामारी के चलते खुदकुशी कर ली. उन्होंने अपनी जान नहीं  ली, बल्कि डिप्रेशन ने उन्हें मार डाला. जैसे हम यह नहीं पूछते कि कोई कैसे बीमार पड़ गया? क्यों कोई अपने पैर तोड़ लेता है या फिर क्यों किसी का एक्सीडेंट हो जाता है? वैसे ही बाकी बीमारियों की तरह डिप्रेशन को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता.”

'डिप्रेशन को साथ मिलकर हराया जा सकता है'

दीपिका का कहना है कि आज के दौर में डिप्रेशन एक बढ़ती हुई महामारी है. फिर भी इसके साथ ये कलंक जुड़ा हुआ है कि लोग अपने लिए मदद नहीं मांगते हैं. किसी को इससे बाहर निकलने के लिए कहना वैसा ही है, जैसे पैर से लाचार इंसान को चलने के लिए कहना.

दीपिका के मुताबिक, डिप्रेशन को साथ मिलकर हराया जा सकता है. उन्होंने लिखा, "जब भी आपको अपनी परिवार, दोस्तों या साथ काम करने वालों के बीच कुछ अटपटा लगे, तो उनसे ये पूछने में संकोच न करें कि वे ठीक हैं कि नहीं. अगर वे नहीं भी बताते हैं, तो उन्हें अहसास दिलाएं कि आपको उनकी फिक्र है"

कैसे हुई केट स्पेड और एंथोनी बॉर्डन की मौत

56 साल के अमेरिकी फैशन डिजाइनर केट स्पेड 5 जून को अपने घर में मृत पाए गए थे और उनके पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ था. वहीं, 62 साल के अमेरिकी सेलिब्रिटी शेफ एंथोनी बॉर्डन ने 8 जून को अपने कमरे में फांसी लगाकर जान आत्महत्या कर ली थी.

बता दें कि दीपिका पादुकोण खुद भी डिप्रेशन की बीमारी से जूझ चुकी हैं.

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