अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, राजेश खन्ना जैसे सुपर स्टार्स की चमक-दमक वाले 70 और 80 के दशक में बॉलीवुड में लेखकों की एक जोड़ी थी जो इन स्टार्स से भी ज्यादा रसूख रखती थी. उनकी कलम से कहानी नहीं पैसा निकलता था.वो जोड़ी थी सलीम-जावेद की. कहानियों के साथ-साथ इस जोड़ी ने सैंकड़ों ऐसे डायलॉग लिखे जो आम जिंदगी के मुहावरे बन गए.
वक्त के साथ सलीम खान साहब ने तो फिल्मों को अलविदा कह दिया लेकिन जावेद साहब अपने गीतों, कहानियों , शायरी के जरिए सिनेमा और कला-साहित्य के क्षेत्र में बने रहे. हम आपको दिखाते हैं इस जोड़ी के मेरे पास मां है से लेकर मोगैम्बो खुश हुआ तक के वो बेस्ट डायलॉग जो कभी ना कभी आपने भी जरूर बोले होंगे.
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