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अनुपम खेर जोकर हैं, सीरियसली लेने की जरूरत नहीं: नसीरुद्दीन शाह

नसीरुद्दीन शाह ने ये बातें एक इंटरव्यू में कहीं

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बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर ने The Wire को दिए एक इंटरव्यू में अनुपम खेर को जोकर और चापलूस बताया. उन्होंने कहा कि अनुपम खेर को सीरियसली लेने की जरूरत नहीं है. नसीरुद्दीन शाह और अनुपम खेर ने 'अ वेडनसडे' और 'अय्यारी' समेत कई फिल्मों में काम किया है.

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सरकार को समर्थन करने वाले एक्टर्स पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि ये सितारे विरोध करने वालों से कम हैं. उन्होंने कहा,

‘वो ट्विटर पर हैं, मैं नहीं हूं. मुझे लगता है कि उन्हें इस बात को लेकर अपना मन बना लेना चाहिए कि वो किसमें यकीन रखते हैं. अनुपम खेर काफी वोकल हैं. मुझे नहीं लगता कि उन्हें सीरियसली लेने की जरूरत नहीं है. वो जोकर हैं. NSD और FTII में खेर के समय के कितने लोग उनके चापलूस होने की बात बता सकते हैं. ये उनके खून में है, वो इसका कुछ नहीं कर सकते.’

नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि जो इसका (CAA) विरोध कर रहे हैं, उन्हें तय कर लेना चाहिए कि वो क्या कहना चाहते हैं, और हमें हमारी जिम्मेदारियों के बारे में मत बताइए, हम अपनी जिम्मेदारी समझते हैं.

इस इंटरव्यू में नसीरुद्दीन शाह ने विवादित नागरिकता कानून से लेकर दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने तक पर अपने विचार रखे. नागरिकता साबित करने पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा,

‘मेरे पास बर्थ सर्टिफिकेट नहीं है. मैं अब नहीं बना सकता. क्या इसका मतलब ये है कि हम सभी को बाहर कर दिया जाएगा? मुझे ऐसे किसी भी आश्वासन की जरूरत नहीं है कि मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है. मैं परेशान नहीं हूं. अगर यहां (भारत में) 70 साल तक रहने के बाद भी ये साबित नहीं हो रहा है कि मैं भारतीय हूं, तो पता नहीं क्या होगा. मुझे डर नहीं है, मैं गुस्सा हूं.’

“प्रधानमंत्री के पास छात्रों के लिए सहानुभूति नहीं”

नसीरुद्दीन शाह ने पीएम मोदी की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘छात्रों को अहम न समझना. इसी से मुझे सबसे ज्यादा दुख हो रहा है. मुझे लगता है, जिन लोगों को नहीं मालूम कि छात्र होना क्या होता है, या ऐसे लोग जिनके पास कभी कोई बुद्धिजीवी नहीं थे, वो छात्रों और बुद्धिजीवियों को एक कीड़े के रूप में देखते हैं. ये कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि प्रधानमंत्री के पास छात्रों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है.’

‘उनकी एक वीडियो क्लिप है, जिसमें वो कह रहे हैं कि उन्होंने कभी पढ़ाई नहीं की. ये तब चार्मिंग और कैंडीड स्टेटमेंट लग सकता है, लेकिन पिछले 6 सालों में जो भी कुछ हुआ है, वो देखें तो ये अजीब लगता है. और हां, ये उससे पहले की बात है जब उन्हें पॉलिटिकल साइंस में डॉक्टोरेट मिली थी, जो कि अनुराग (कश्यप) की तरह मैं भी देखने का इच्छुक हूं.’
नसीरुद्दीन शाह, एक्टर

जेएनयू में हुई हिंसा पर दीपिका पादुकोण के यूनिवर्सिटी जाने पर नसीरुद्दीन शाह ने कहा, 'आपको दीपिका जैसी लड़की की हिम्मत की दाद देनी चाहिए, जो इस समय टॉप 4 में हैं और फिर भी उन्होंने ऐसा कदम उठाया. अब देखते हैं कि वो इसे कैसे लेंगी. उन्होंने कुछ ऐड्स से हाथ धोना पड़ेगा, जरूर. क्या इससे उन्हें नुकसान होगा? क्या इससे उनकी पॉपुलैरिटी कम होगी? क्या ये उन्हें कम खूबसूरत बना देगा? ये आज या कल सामने आएगा. फिल्म इंडस्ट्री का एक ही भगवान है- पैसा. उनकी चुप्पी युवा पीढ़ी की मुखरता जितनी महत्वपूर्ण नहीं है.'

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