सेंसर बोर्ड ने संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी फिल्म इसके निर्माताओं को लौटा दी है. सेंसर बोर्ड की ओर से कहा गया है कि सर्टिफिकेशन के लिए दिया गया आवेदन अधूरा है.
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन यानी सीबीएफसी के मुताबिक, फिल्म को राजपूत समुदाय के साथ कुछ और वर्ग के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. लिहाजा बोर्ड इस विवाद के सुलझने के बाद ही तय मानकों के मुताबिक फिल्म की समीक्षा करेगा.
सूत्रों के मुताबिक, जब फिल्म निर्माता फिल्म की कमियों को दूर कर लेंगे, तो बोर्ड एक बार फिर इसकी स्क्रूटिनी करेगा. इसके बाद ही इसे सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा.
जब फिल्म की स्क्रीनिंग की तारीख के बारे में पूछा गया, तो बोर्ड के सूत्रों ने कहा कि निर्माताओं से फिल्म वापस मिलने के बाद इसे क्यू में डाल दिया जाएगा. जब बारी आएगी, तो इसकी समीक्षा होगी. कोई स्पेशल ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा.
यह सही है कि हमें फिल्म में सुधार करने को कहा है. लेकिन फिल्म सेंसर बोर्ड के पास ही है. फिल्म को लेकर मामूली टेक्निकल मामला है. अगर वे चाहते हैं, तो फिल्म को देख सकते हैं. उन्हें कौन रोक रहा है?अजित अंधारे, सीओओ वायाकॉम 18 , पद्मावती की निर्माता कंपनी
यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होनी है. इसमें दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं.
(इनपुट PTI से)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)