विवादों में घिरी फिल्म पद्मावत 25 दिसंबर को रिलीज होगी. लेकिन इससे पहले स्पेशल स्क्रीनिंग में शामिल होने वाले कुछ खास लोगों ने फिल्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. जिसमें ज्यादातर लोग फिल्म की तारीफ ही कर रहे हैं.
करणी सेना और राजपूत सभा इतिहास के साथ छेड़छाड़ और राजपूतों की गलत छवि पेश करने का आरोप लगाकर विरोध को तूल दे रहे हैं. लेकिन जिन लोगों ने फिल्म देखी है उनकी राय बिल्कुल अलग है.
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राजपूत समुदाय का सम्मान
फिल्म देखने वाले लगभग सभी लोग इस बात की पुष्टि करते हैं कि फिल्म वास्तव में राजपूत समुदाय के 'सम्मान' को कायम करती है. फिल्म में कुछ भी विवादित नहीं दिखाया गया है. ट्विटर पर उनकी प्रतिक्रिया पर डालते हैं एक नजर-
वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने लिखा, “पद्मावत में 14वीं सदी के राजपूत परंपरा को बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है. जो लोग भी इसका विरोध कर रहे हैं, फिल्म देखने के बाद उन्हें अपनी बेवकूफी का अहसास होगा. और यह कोई इतिहास या समाजशास्त्र पर आधारित नहीं है, बल्कि विशुद्ध संजय लीला भंसाली की फिल्म है.”
करणी सेना को होगा गर्व
कुछ भी नहीं है आपत्तिजनक
विरोध नहीं सपोर्ट की हकदार है फिल्म
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