पांच साल पहले केदारनाथ में आई प्रलयंकारी बाढ़ की घटना की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म 'केदारनाथ' अपना टीजर सामने आते ही विवादों में घिर गयी है. फिल्म अगले महीने रिलीज होने वाली है. केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों से लेकर राजनीतिक दलों ने इस फिल्म का विरोध शुरू कर दिया है. फिल्म के विरोध में उतरे लोगों ने फिल्म के टीजर में दिखे सुशांत राजपूत और सारा अली खान के किसिंग सीन को धार्मिक आस्था से छेड़छाड़ बताते हुए आपत्तिजनक करार दिया है.
विरोध कर रहे लोगों ने फिल्म की कहानी पर आपत्ति जतायी है और उनका मानना है कि यह फिल्म ‘लव जेहाद’ का समर्थन कर रही है. सात दिसंबर को रिलीज हो रही डायरेक्टर अभिषेक कपूर की यह फिल्म बाढ़ में फंसी एक हिंदू श्रद्धालु को एक मुस्लिम द्वारा बचाये जाने के बाद दोनों के बीच पनपे प्यार की कहानी है.
इस फिल्म में सारा अली खान और सुशांत सिंह राजपूत की जोड़ी है. सारा, सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी हैं और यह उनकी पहली फिल्म है. उत्तराखंड में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी, हालांकि, इस फिल्म को लेकर फिलहाल खुलकर कुछ नहीं बोल रही है लेकिन उसका भी मानना है कि सैद्धांतिक तौर पर धार्मिक स्थलों से जुड़ी परंपराओं और आस्थाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इससे किसी की भावनाएं आहत न हों.
देखिए फिल्म का टीजर...
पिछले कुछ दिनों में फिल्म का टीजर रिलीज होने के बाद से केदारनाथ के सतेराखाल और आस पास के अन्य क्षेत्रों में स्थानीय लोगों ने फिल्म के विरोध में प्रदर्शन शुरू कर दिये और उन्होंने फिल्म के पोस्टर, डायरेक्टर, हीरो और हिरोइन के पुतले जलाये. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फिल्म के टीजर में दिखाये जाने वाले सीन देवभूमि और केदारनाथ की आस्था के साथ खिलवाड़ हैं और फिल्म देवभूमि और केदारनाथ की रीति एवं नीति के बिल्कुल उलट है.
--इनपुट भाषा से
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