लंबे इंतजार के बाद आखिरकार 66वें नेशनल अवॉर्ड के विजेताओं के नाम की घोषणा हो गई है. इस साल ‘अंधाधुन’ को बेस्ट फिल्म, आयुष्मान खुराना (अंधाधुन) और विकी कौशल (उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक) को बेस्ट एक्टर और ‘महानती’ के कीर्ति सुरेश को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है. वहीं बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए आदित्य धर को मिला है. अक्षय कुमार की ‘पैडमैन’ को भी सामाजिक मुद्दे पर बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड मिला है.
नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की राय बंटी हुई है. जहां एक ओर आयुष्मान खुराना, सुरेखा सिकरी और कीर्ति सुरेश को अवॉर्ड मिलने से लोग खुश हैं, वहीं कुछ को ऐसा भी लगता है कि अवॉर्ड में भेदभाव किया गया है.
'बधाई हो’ आयुष्मान
नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में आयुष्मान खुराना की ‘बधाई हो’ और ‘अंधाधुन’ दोनों ने अवॉर्ड जीता है. जहां ‘अंधाधुन’ को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिला, तो वहीं ‘बधाई हो’ पॉपुलर फिल्म रही. खुद आयुष्मान को ‘अंधाधुन’ के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला.
सोशल मीडिया यूजर्स ने आयुष्मान को अवॉर्ड मिलने पर बधाई दी है. ‘अंधाधुन’ पिछले साल की सबसे पॉपुलर फिल्मों में शुमार थी, जिसे ऑडियंस और क्रिटिक्स दोनों ने पसंद किया था.
‘मुझे बहुत खुशी है कि मैंने जो दोनों फिल्में कीं, अंधाधुन और बधाई हो, उन दोनों को नेशनल अवॉर्ड मिला. ये फिर उस बात को साबित करता है कि हमारे देश के लोग ऐसे सिनेमा को देखना चाहते हैं जो एंटरटेन करता हो, जिसके वो सेलिब्रेट कर पाएं.’अवॉर्ड मिलने पर आयुष्मान ने कहा
विजेताओं से खुश नहीं हैं कुछ यूजर्स
कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इस बात आपत्ति जताई कि अवॉर्ड में भेदभाव किया गया है. कुछ यूजर्स ने लिखा कि विकी कौशल को ‘उरी’ के लिए अवॉर्ड मिलना गलत है, क्योंकि उनके अलावा भी सितारे थे जो इस अवॉर्ड के हकदार थे.
एक ने लिखा, ‘आयुष्मान का अवॉर्ड जीतना समझ आता है, लेकिन विकी कौशल और आदिय धर को ये अवॉर्ड मिलना मजाक है. हर साल नेशनल फिल्म अवॉर्ड अपना सम्मान खोता जा रहा है.’
कुछ यूजर्स ने कहा कि कई ऐसी साउथ इंडियन फिल्में भी थीं, जिनमें एक्टर्स का काम शानदार था और वो ये अवॉर्ड डिजर्व करते थे.
2019 में रिलीज हुई उरी को अवॉर्ड क्यों?
कई लोगों ने ये सवाल भी खड़ा किया कि 2019 में रिलीज हुई ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ को इसी साल अवॉर्ड कैसे मिल गया. ‘उरी’ के लिए विकी कौशल को बेस्ट एक्टर और आदित्य धर को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीता है. वहीं फिल्म ने बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर और बेस्ट साउंड डिजाइन का भी अवॉर्ड भी जाता है.
फिल्म जर्नलिस्ट अंकुर पाठक ने बताया कि ‘उरी’ को इस साल अवॉर्ड इसलिए मिला है क्योंकि इस सेंसर सर्टिफिकेट पिछले साल ही मिल गया था. पाठक के मुताबिक, अगर फिल्मों को 31 दिसंबर से पहले सेंसर सर्टिफिकेट मिल जाता है, तो वो नेशनल अवॉर्ड में अप्लाई करने के लिए क्वालिफाईड होती हैं.
नेशनल फिल्म अवॉर्ड में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड 'चुंबक' के लिए स्वानंद किरकिरे और 'बधाई हो' के लिए सुरेखा सिकरी को मिला है. बेस्ट फीचर फिल्न का अवॉर्ड 'हेल्लारो' ने जीता.
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