आम लोगों के साथ-साथ कोरोना की वजह से चल रहे लॉकडाउन में सलमान खान भी फंसे हैं. सलमान अक्सर सोशल मीडिया के जरिए लोगों को संदेश देते रहते हैं. सलमान ने एक फिर बार एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वो उन लोगों को फटकार लगा रहे हैं, जो मेडिकल स्टाफ और पुलिसवालों पर हमला कर रहे हैं.
कुछ जोकरों की वजह से ये बीमारी फैलती जा रही है. सरकार ने क्या बोला है आपको घर में रहो, परिवार में रहो. आप उन लोगों ंको देखो जो 18 घंटे काम कर रहे हैं. जो डॉक्टर, पुलिस और नर्स अपनी जान को खतरे में काम कर रहे हैं. आप बाहर निकलकर क्यों दूसरों की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं. उनलोगों की इज्जत करो और आप एहतियात रखो कि ये बीमारी और ना फैले. जो नर्स आपकी जान बचाने आ रही है आपने उन पर पत्थर बरसा दिया. जो कोरोना संक्रमित है वो अस्पताल से भाग रहा है आखिर भागकर कहां जाओगे. जिंदगी की ओर भाग रहे है या मौत की ओर. ऐसे लोग हिंदुस्तान के कई लोगों को लेकर चल बसेंगे.
सलमान बता रहे हैं कि कैस वो छुट्टी मनाए गए थे और वो वहीं फंस गए.
सलमान वीडियो की शुरुआत में कहर रहे हैं कि ये जिंदगी का बिग बॉस है लोग घर में बैठे हैं, लेकिन कुछ लोगों को कुछ समझ नहीं आ रहा है वो ल़ॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं. मैं यहां आया था दो दिन के लिए छुट्टी मनाने, लेकिन हमारी छुट्टी हो गई. हमारा परिवार यहां है, हम लोगों ने नियम बनाया है कि कोई बाहर नहीं जाएगा और ंकोई बाहर से अंदर नहीं आएगा.
सलमान कह रहे हैं कि किसी भी बीमारी में रिजल्ट पॉजिटिव होना बहुत दुख की बात होती है, वो भी उस बीमारी जिसका इलाज नहीं है, लेकिन उस पॉजिटिव मरीज के दिमाग में निगेटिव विचार आना उससे भी ज्यादा बुरी बात है. क्या सरकार ने कहा क्या है यही ना घर में रहो, पूजा करना है घर में करो, नमाज पढना है घर में पढ़ों.
मरना तो एक दिन सबको है, लेकिन क्या कोई मरना चाहता है. अगर आप लोगों के एक्शन सही होते तो ये लॉकडाउन कभी का खत्म हो गया होता और साथ ही कोरोना वायरस भी. अगर आप ग्रुप्स में बाहर नहीं निकलते तो ये सब नहीं होता. क्या पुलिस का, बैंक वालों और डॉक्टर का साथ देना गलत है. क्या जो सरकार कह रही है वो गलत है. अगर आप लोग ग्रुप में बाहर ना निकलते तो पुलिस वालों को डंडा नहीं मारना पड़ता. खाने की पीने का सामान लेने के लिए किसने रोका है, जाओ लाओ और घर में रहो.
सलमान पुलिस, डॉक्टर्स और बैंक कर्मचारियों की तारीफ करते हुए कहते हैं कि आपको क्या लगता है उन लोगों को कोरोना वायरस नहीं होता. लेकिन फिर भी वो आपके लिए काम कर रहे हैं.वो लोग अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं और आप अपनी ड्यूटी निभाइये घर में रहिए.
मैं कुुछ ऐसे लोगों का जानता हूं, जो कभी घर से बाहर नहीं निकलते थे, लेकिन जबसे मना किया गया है. वो भी घर से बाहर निकलने लगे हैं. अब जो डॉक्टर, पुलिस और नर्स अपनी जान को खतरे में डाल रहे हैं, आप बाहर निकलर उनकी भी जान खतरे में डाल रहे हैं. कमाल है जो आपकी जान बचा रहा है आप उसकी जान खतरे में डाल रहे हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)