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‘जब वी मेट’ में होते बॉबी देओल और प्रीति जिंटा, 10 साल 10 कहानियां

26 अक्टूबर 2007 को ‘जब वी मेट’ बड़े पर्दे पर आई थी, जानिए फिल्म के बारे में 10 मजेदार बातें

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शाहिद कपूर और करीना कपूर ने 5 फिल्में एक साथ की हैं लेकिन एक फिल्म ही ऐसी है जो उनकी एवरग्रीन हिट है- जब वी मेट! 10 साल बीत गए इस फिल्म को लेकिन जादू आज भी बरकरार है. 26 अक्टूबर 2007 को ये फिल्म बड़े पर्दे पर आई थी और कई सालों से लगातार टीवी चैनल पर आती रहती है. इस फिल्म के डायरेक्टर इम्तियाज अली से द क्विंट ने विशेष बातचीत की. इम्तियाज ने फिल्म के बारे में 10 बेहद रोचक और मजेदार बातें बताई.



26 अक्टूबर 2007 को ‘जब वी मेट’ बड़े पर्दे पर आई थी, जानिए फिल्म के बारे में 10 मजेदार बातें
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‘डिप्रेस्ड’ दोस्त ने दिया कहानी का आइडिया

इम्तियाज बताते हैं कि उनका एक दोस्त बहुत परेशान था. वो भारी डिप्रेशन में था तो वो उससे मिलने गए. दोनों में काम को लेकर बातचीत चल रही थी तो इम्तियाज ने अपने दोस्त को एक कहानी लिखने के लिए बोला. दोनों ने इस बात पर सहमति जताई कि दोनों एक-एक आइडिया देंगे और फिर उसे मिलाने की कोशिश करेंगे. इम्तियाज का दोस्त क्योंकि बहुत परेशान था तो उसने बोला- एक लड़का जो आत्महत्या करना चाहता है. अली ने आइडिया दिया- ट्रेन में एक लड़की. दोनों ने लंबी बहस की लेकिन कहानी नहीं बन पाई. उसके बाद इम्तियाज कई महीनों तक इस कहानी के बारे में सोचते रहे और इस तरह स्क्रिप्ट उनके दिमाग में आई.

‘गीत’ के रोल के लिए प्रीति जिंटा थी पहली पसंद

इम्तियाज के मुताबिक जब वी मेट फिल्म के सफल होने के पीछे प्रीति जिंटा का बहुत बड़ा हाथ रहा. इम्तियाज बताते हैं कि उन्होंने सबसे पहले जिस एक्टर को फिल्म की कहानी सुनाई वो प्रीती जिंटा ही थीं. प्रीती को कहानी बहुत पसंद आई और इम्तियाज को उन्होंने फिल्म बनाने के लिए प्रेरित किया. इम्तियाज ये फिल्म प्रीति के ही साथ बनाना चाहते थे लेकिन बाद में करीना कपूर ही ‘गीत’ बनीं. किसी कारणवश प्रीति फिल्म का हिस्सा नहीं बन पाईं.

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फिल्म में शाहिद को नहीं बॉबी देओल को चाहते थे इम्तियाज

जब वी मेट में ‘आदित्य’ के रोल के लिए इम्तियाज के दिमाग में शाहिद का नाम तो दूर-दूर तक नहीं था. इम्तियाज तो बॉबी देओल को इस फिल्म में लेना चाहते थे, लेकिन बॉबी देओल के तरफ से डेट्स न मिल पाने के कारण फिल्म लगातार टल रही थी. तब किसी दोस्त ने उन्हें शाहिद से ये कहकर मिलवाया कि वो उनके साथ काम करना चाहते हैं, वहीं शाहिद को ये बताया गया कि इम्तियाज के पास उनके लिए एक कहानी है. ऐसे में उनके दोस्त के दो छोटे से झूठ फिल्म इंडस्ट्री को एक यादगार मूवी दे गए.

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“आओगे जब तुम ओ साजना’’ गाने को सब बुड्ढा गाना बोलते थे

आज भी रेडियो या फिर यूट्यूब पर इस फिल्म के जिस गाने को सबसे ज्यादा सुना जाता है वो “आओगे जब तुम ओ साजना” है. ये गाना हर किसी के दिल में बसता है लेकिन जब ये फिल्म बन रही थी तो इम्तियाज पर इस गाने को फिल्म से बाहर करने का खासा दबाव था. फिल्म की यूनिट पर सब इस गाने को बुड्ढा गाना कहते थे और पूछते थे कि इस यंग फिल्म के अंदर ये गाना क्या कर रहा है. लेकिन, आज भी ‘मोजा ही मोजा’ और ‘नगाड़ा’ से ज्यादा ये गाना सुना जाता है.

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सिर्फ दो दिन में लिखी गई ‘जब वी मेट’

जी हां, ये फिल्म इम्तियाज ने सिर्फ दो दिनों में लिखी और सिर्फ फिल्म का स्क्रीनप्ले ही नहीं बल्कि डायलॉग भी. फिल्म में “सिखनी हूं मैं भटिंडा की”, “मैं अपनी फेवरेट हूं”, “मेरी लाइफ अब बिल्कुल बोरिंद कर दो जी”जैसे शानदार और यादगार डायलॉग सिर्फ दो दिन की मेहनत का ही नतीजा हैं.

फिल्म का सबसे मुश्किल सीन?

इम्तियाज के मुताबिक इस फिल्म का आखिरी सीन शूट करने में सबसे ज्यादा दिक्कतें आईं. फिल्म का आखिरी शूट एक खेत में होना था जहां पर करीना शाहिद के पास आती हैं. उस सीन के दौरान वहां बहुत सारी मधुमक्खियां आ गई थीं. यूनिट के कुछ लोगों को तो वो खा भी गई थीं. ऐसे में करीना और शाहिद वहां खड़े होने पर डर रहे थे लेकिन सीन उसी वक्त निपटाना था क्योंकि लाइट लगातार कम हो रही थी. ऐसे में इम्तियाज ने करीना और शाहिद को किसी तरह समझा बुझाकर और मधुमक्खियों को दूर करके फिल्म का आखिरी सीन पूरा किया.

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करीना-शाहिद के ब्रेकअप ने फिल्म पर क्या असर डाला?

सही मायने में तो हम सभी बहुत टेंशन में थे कि अब फिल्म कैसे पूरी करेंगे क्योंकि कुछ सीन बचे हुए थे. ब्रेक-अप के तुरंत बाद ऐसे एक साथ काम करना मुश्किल होता है लेकिन शाहिद और करीना ने बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से काम किया और कोई दिक्कत नहीं हुई. 

वक्त की थी कमी तो रतलाम के सीन मनाली में हुए शूट

फिल्म में वो वाला सीन तो आपको याद ही होगा जिसमें ट्रेन छूटने के बाद आदित्य और करीना कपूर एक होटल में जाते हैं और वहां रेड पड़ जाती है. दरअसल फिल्म में उस लोकेशन को रतलाम दिखाया गया है लेकिन उन सीन की शूटिंग मनाली में ही की गई है. फिल्म में दिखाया गया वो होटल Decent मनाली का ही है.

फिल्म में दूसरे हाफ में करीना ने नहीं किया मेकअप

इस फिल्म में आपने देखा होगा कि जब गीत का अंशुमन के साथ ब्रेकअप होता है तो वो बहुत टूट जाती है ऐस में डायरेक्टर की डिमांड थी कि करीना इन सीन के लिए मेकअप न करे. इम्तियाज को उम्मीद कम थी कि करीना उनकी बात मानेंगी क्योंकि एक्टर ऐसा कम ही करते हैं. लेकिन, सभी की उम्मीद के उलट करीना वो सीन करने के लिए तैयार हो गईं और उसके बाद वो इतनी अच्छी और प्यारी दिखीं कि सेट्स पर सभी ने उनकी खूब तारीफ की.

‘जब वी मेट’ नहीं ‘सोचा न था’ है इम्तियाज की पसंदीदा फिल्म

इम्तियाज से जब पूछा गया कि उन्हें अपनी कौन सी फिल्म ज्यादा पसंद है तो उन्होंने ‘जब वी मेट’ की बजाय ‘सोचा ना था’ के प्लॉट को ज्यादा अच्छा बताया. साथ ही उन्होंने हमें बताया कि एक बार उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोल किया कि ‘सोचा ना था’ और ‘जब वी मेट’ में से लोगों को कौन सी फिल्म ज्यादा पसंद आई तो लोगों ने सोचा ना था के फेवर में ज्यादा वोट किया

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