कौन बनेगा करोड़पति का 10 वां सीजन सोमवार से शुरू हो रहा है. इस शो ने कईयों की किस्मत बदली और कई करोड़पति बनकर चमके और लौटकर गुमनामी के अंधेरे में गुम हो गए. लेकिन कुछ प्रतियोगी ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस शो में मिली सफलता को महज एक पड़ाव माना और मंजिल की तलाश में आगे बढ़ते गए.
आइए जानते हैं कि फर्श से अर्श तक का सफर करने वाले ये करोड़पति विजेता कहां हैं और क्या कर रहे हैं ? चलिए हम मिलाते हैं आपको इन विजेताओं से.
1. रवि मोहन सैनी
रवि मोहन सैनी 2001 में केबीसी जूनियर के विजेता थे. जब उन्होंने शो में हिस्सा लिया था, वो 10वीं क्लास में थे .
‘द क्विंट’ से हुई बात में उन्होंने बताया कि उन्हें शुरू से ही पढ़ने का बहुत शौक था. रवि एक मेडिकल स्टूडेंट थे और अब एक आईपीएस ऑफिसर हैं. मेडिकल की पढ़ाई के दौरान अक्सर उनके दोस्त उन्हें सिविल सर्विस की परीक्षा देने के लिए कहते रहते थे.
रवि ने बताया कि केबीसी जीतने के बाद उन पर पढ़ाई का प्रेशर बढ़ गया था वो हमेशा ये प्रेशर फील करते थे. बिना किसी कोचिंग के रवि ने सिविल सर्विस की परीक्षा पास की और आज वो एक सफल आईपीएस ऑफिसर हैं .
रवि से जब पुछा गया कि उनकी जिन्दगी में केबीसी जीतने के बाद क्या अंतर आया तो रवि ने हसते हुए जवाब दिया कि केबीसी जीताने के बाद मैं सिलेब्रिटी बन गया था लोग मुझे स्टार की तरह ट्रीट करते थे, पर वक्त के साथ सब नॉर्मल हो जाता है आप वही आम इंसान रह जाते है.
केबीसी से जिती हई रकम से रवि के परिवार ने एक कार खरीदी और कुछ पैसा उन्होंने अपनी पढाई पर खर्च किया.रवि बताते हैं कि ज्यादातर रकम उन्होंने मुचल फंड में इन्वेस्ट कर रखी है. रवि फिलहाल गुजरात में पोस्टेड हैं.
2.हर्षवधन नवाथे
27 साल के हर्षवर्धन कौन बनेगा करोड़पति शो में करोड़पति बनने वाले पहले आम आदमी थे. इस शो ने उनकी पूरी जिन्दगी बदल दी. साल 2000 में उन्होंने 1 करोड़ रुपये जीते थे. हर्षवर्धन जहां रातों रात सेलेब्रिटी बन गए, वहीं आम लोगों को अपने सपने को सच करने का एक प्लेटफॉर्म मिल गया.
शो से पहले हर्षवर्धन सिविल सर्विस की तैयारी करते थे.लेकिन शो जीतने के बाद हर्षवर्धन ने सिविल की परीक्षा नहीं दी और यूके से एमबीए किया.
एमबीए करने के बाद हर्ष एक कंपनी में काम करने लगे. शो से जीते हुए पैसों से उन्होंने अपनी पहली कार मारुति एस्टीम खरीदी.अब हर्ष शादीशुदा हैं और दो बच्चों के पिता हैं. वे अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं.
3. राहत तस्लीम
झारखंड की रहने वाली राहत की शादी उसी समय हो गई थी, जब वो मेडिकल एंट्रेस एग्जाम की तैयारी कर रही थीं. राहत ने कौन बनेगा करोड़पति चौथे सीजन में हिस्सा लिया. इस शो ने राहत के सपनों को पंख लगा दिए और खुद के पैरों पर खड़े होने का सपना पूरा किया. शो से जीते पैसों से राहत ने एक गारमेंट शोरूम खोला और आज वो तरक्की कर रही हैं.
4. सुशील कुमार
सुशील कुमार ने साल 2011 में कौन बनेगा करोड़पति में हिस्सा लिया. सुशील शो में आने से पहले डेटा ऑपरेटर थे, जहां उन्हें महज 6 हजार रुपये मिला करता था.
शो से जीते हुए पैसों से सुशील ने अपना पुश्तैनी घर ठीक कराया और कुछ पैसों से अपने भाइयों के लिए बिजनेस शुरू करवाया.
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुशील ने महादलित (मुसहर) बच्चों को गोद लिया है और 100 छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए 'गांधी बचपन केन्द्र' खोला है.
5. सनमीत कौर
चंडीगढ़ की रहनेवाली सनमीत की कहानी उन लड़कियों की तरह है, जिन्हें अपने पैरों पर खड़े होने की इजाजत नहीं होती. फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद भी उनके ससुराल वालों ने उन्हें काम करने नहीं दिया.
घर वालों को मना कर उन्होंने टिफिन का बिजनेस खोला, लेकिन किस्मत ने उन का साथ नहीं दिया और उन्हें बिजनेस बंद करना पड़ा.
इसके बाद उन्होंने बच्चों को पढ़ाना शुरू किया और कौन बनेगा करोड़पति के 6वें सीजन का हिस्सा बनीं. शो में जीते पैसे से उन्होंने अपने लिए मुंबई में घर खरीदा. सनमीत ने अपने दोस्त के साथ मिल कर फैशन डिजाइनिंग हाऊस भी खोला था. लेकिन अब सनमीत इसका हिस्सा नहीं हैं.
6. ताज मोहम्मद रंगरेज
ताज मोहम्मद रंगरेज उदयपुर से हैं और एक टीचर हैं. कौन बनेगा करोड़पति जीतने के बाद उन्हें रंगरेज के नाम से जाना जाता है. उन्होंने जीते हुए पैसों से एक घर खरीदा और साथ ही अपनी बेटी के आंख का इलाज करवाया. रंगरेज ने दो अनाथ लड़कियों की शादी में मदद भी की.
केबीसी से इतनी बड़ी रकम जीतने के बाद भी उन्होंने अपना टीचिंग का प्रोफेशन नहीं छोड़ा वो आज भी टीचर हैं.
7. अचीन निरूला और सार्थक निरूला
अचीन निरूला और सार्थक निरूला 2014 में कौन बनेगा करोड़पति का हिस्सा बने इन दोनों भाइयों ने दस साल केबीसी की हॉट सीट पर बैठने के लिए लगातार कोशिश की. शो में आने से पहले इनके परिवार की आर्थिक हालात ठीक नहीं थी. अचीन और सार्थक के पिता को बिजनेस में नुकसान हुआ था.
दोनों भाइयों ने केबीसी में जीते हुए पैसों से अपनी मां के कैंसर का इलाज करवाया और खुद के लिए नया बिजनेस शुरू किया. मजे की बात ये है कि जैसे ही इन दोनों भाइयों ने सात करोड़ की रकम जीती, वैसे ही उनके लिए शादी के ऑफर आने लगे थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)