1. मुझे यकीन है कि लाइगर 2000 के दशक की शुरुआत में फंसे किसी व्यक्ति द्वारा लिखी गई है. यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो एमएमए (मिक्स्ड मार्शल आर्ट) की विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेना चाहता है. वह अपनी मां की इच्छा को पूरा करने के लिए ऐसा करता है. वो भी एक बहुत सख्त कोच के मार्गदर्शन में जो उसे विशेष रूप से लड़कियों से दूर रहने और अपना ध्यान न खोने के लिए कहता है. हमारे हीरो को एक ऐसी लड़की से प्यार हो जाता है जो बहुत अमीर है और उसकी लीग से बाहर है.वह खुद को अपने भाई के साथ कम्पटीशन में है जो उसे मारने के लिए तैयार है. यदि यह घिसी-पिटी कहानी नहीं है, तो मुझे नहीं पता कि क्या है.
2. लाइगर (विजय देवरकोंडा) एक आदर्श नायक हैं, लेकिन उनमें एक बहुत बड़ी खामी है. वह हकलाता है और लेखक आपको यह भूलने नहीं देते. कैसे, तुम पूछते हो? बार-बार अपने हकलाने का मजाक उड़ाते हुए. एक बार नहीं, दो बार नहीं बल्कि पूरी फिल्म में. हम समझ गए. उसे स्पीच डिसॉर्डर है. आपको इसे क्रॉस जोक्स के 50 अलग अलग रूपों के माध्यम से बताने की जरुरत नहीं है!
3. तान्या (अनन्या पांडे) को जैसे ही पता चलता है लाइगर हकलाता है, वह उसको उसी पल छोड़ देती है. आपको क्या लगता है कि तान्या को कब पता चला? पहली मुलाकात के बाद? जब उनकी पहली बातचीत हुई थी? जब उन्होंने डेटिंग शुरू की? नहीं, नहीं, नहीं! उसके साथ भागने से ठीक पहले उसे पता चलता है! हां, मुझे समझ में आ गया, मुझे एक फिल्म को इतना नहीं उधेड़ना चाहिए, लेकिन मेरे पास तान्या के बारे में कहने के लिए और कुछ नहीं है, क्योंकि सचमुच और कुछ है नहीं जो उसने किया है! मतलबी नहीं हो रही, सिर्फ तथ्य बता रही हूं.
4. तो चंकी पांडे एक अमीर आदमी की भूमिका निभाते हैं, जो लास वेगास के लिए लाइगर की यात्रा को प्लॉन करता है ताकि वह एमएमए चैंपियनशिप में हिस्सा ले सके. ईमानदारी से, चंकी पांडे को आखिरी 'पास्ता' के अलावा और कुछ भी देखना मैं एक्सेप्ट नहीं कर सकती. गॉड, मैं हद जेन-जेड हूं.
5. ठीक है, इस फिल्म के अपने मोमेंट्स हैं. जब भी विजय खलनायकों से लड़ रहा होता है या कुछ ऐसा कह रहा होता है जो थोड़ा फनी भी होता है, तो थिएटर खुशी और हंसी में झूम उठता है. यह पहली फिल्म थी जिसे मैंने लॉकडाउन के बाद से देखा था जो लगभग हॉउसफुल थी और मैं लगभग भूल गई थी कि यह कितना अच्छा लगा. हम सभी को ओटीटी की आदत हो गई है!
6. यह फिल्म हमारे लिए दुखद हो सकती है, लेकिन यह किसी और के लिए दुखद है- वह हैं माइक टायसन. वह बॉलीवुड में डेब्यू करने के लिए बहुत उत्साहित होंगे... और उनके लिए ऐसा होना... बहुत दुख की बात है! एक लड़ाई के क्रम में, लाइगर सचमुच टायसन को "टकला" (गंजा) कहते हैं. मैं बस पूछना चाहती हूं-- क्या किसी ने टायसन को बताया है कि इस शब्द का असल में क्या मतलब है? माइक टायसन को अपने दशकों लंबे करियर में कई पछतावे हो सकते हैं, लेकिन मुझे यकीन है कि यह टॉप 5 में जगह बनाता है!
7. इस फिल्म के बारे में मेरी थ्योरी - 2000 के दशक की शुरुआत में फंसे किसी व्यक्ति द्वारा लिखी जा रही है - जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ रही है, सही साबित हो रही है. तान्या एक प्रभावशाली इंसान हैं, और सोशल मीडिया इंगेजमेंट बढ़ाने के बारे में अपने दोस्तों के साथ बातचीत में, वह उन्हें नए हैशटैग, कैप्शन और एक बायो के बारे में सोचकर "नए विचारों" के साथ आने के लिए कहती हैं ... हां, केवल वही व्यक्ति जो इस दशक से नहीं है, इस तरह सोशल मीडिया के बारे में बात करेगा. एक बार फिर, तान्या के किरदार पर ध्यान नहीं देना है, लेकिन मेरे पास इसके सिवा बहुत कुछ नहीं है.
8. अगर लाइगर एक भोजन होता, तो वह पनीर बटर मसाला होता. लेकिन बिना पनीर के. क्योंकि इस फिल्म में सिर्फ मसाला है! यह देखना मजेदार है, लेकिन यह मत सोचिए कि आप प्रबुद्ध होंगे या इससे कुछ सीखेंगे.
9. लाइगर एक चायवाला है जो अपने देश से प्यार करता है और वास्तव में एक मजबूत मां द्वारा पाला जाता है; जिसे वह बहुत पसंद करता है. तो लाइगर को मार्शल आर्ट के बजाय राजनीति में आना होता, तो यह फिल्म एक बायोपिक होती, है ना?
10. हालांकि मैं एक बात के लिए आभारी हूं. लाइगर इल्लॉजिकल हो सकता है, लेकिन यह कम से कम अर्जुन रेड्डी नहीं है. क्योंकि परमेश्वर जानता है कि हमें इससे ज्यादा की जरुरत नहीं है. मैं कभी भी एक महिला विरोधी मूवी के मुकाबले एक इल्लॉजिकल मूवी देखना चुनुंगी, इसलिए मुझे लगता है कि लाइगर इतना बुरा नहीं है.
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