अमेजन प्राइम का शो 'फोर मोर शॉट्स प्लीज!' जब 2019 में शुरू हुआ था, तो वो महिलाओं की परेशानियों और आकांक्षाओं को दिखाने के लिए जाना गया. इसके बाद शो के दूसरे सीजन तो आए, लेकिन ये पहले सीजन की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया. शो का अब तीसरा सीजन आ गया है.
सिद्धि पटेल (मानवी गागरू) अपने पिता के निधन से दुखी है और अपनी मां स्नेहा (सिमोन सिंह) की डेटिंग लाइफ से परेशान है. उमंग सिंह (बानी जे) अपनी सगाई टूटने से दुखी है. दामिनी रिज्वी रॉय (सयानी गुप्ता), जिसने पावरफुल इंडस्ट्रियलिस्ट और नेताओं की सच्चाई उजागर की थी, अब वो एक नेता का पीआर मैनेज करती है. और आखिर में, वकील और सिंगल मदर, अंजना मेनन (कीर्ति कुल्हाड़ी), जो इस बात से परेशान है कि उसकी बेटी उसके एक्स-हस्बैंड वरुण (नील भूपलम) के परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना चाहती है.
शुरुआत में समझ में आता था जब मेकर्स ने केवल चार दोस्तों की कहानी दिखाने की कोशिश की, लेकिन अब दो सीजन के बाद ये उबाऊ लगने लगता है.
सीरीज के म्यूजिक की बात करें तो इमोशनल सीन में ये अच्छा लगता है, लेकिन बाकी जगहों पर काफी तेज लगता है. डीओपी (डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी), संकेत शाह ने अच्छा काम किया है और मुंबई और यहां के अमीरों की जिंदगी को खूबसूरत तरीके से शूट किया है.
कैरेक्टर्स को एक ही परेशानी से बार-बार गुजरते देखना भी थकाने वाला लगता है. हालांकि, चारों के बीच की बातें मजेदार हैं. महिलाओं को यूं खुलकर जीता और गलतियों से सीखना देखकर अच्छा लगता है. आपस में सभी की केमिस्ट्री अच्छी है. पूरे शो में वो एक-दूसरे के लिए खड़ी नजर आती हैं.
'फोर मोर शॉट्स प्लीज!' आज भी महिलाओं के इर्द-गिर्द एक जरूरी चर्चा की कोशिश में है. शो कई संवेदनशील मुद्दों को छू रहा है, लेकिन ये केवल सतही लगता है. इसमें गहराई की कमी है.
सीरीज के लीड सितारों की बात करें तो एक्टिंग के मामलों में चारों काफी बेहतर हैं, लेकिन इनके किरदार नहीं. शो में बाकी एक्टर्स, जैसे सिमोन सिंह, लीजा रे, जिम सार्भ और शिल्पा शुक्ला... सभी शानदार हैं.
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