भारत का एक छोटा सा शहर, स्टील के कप में शाम की चाय और झुलसा देने वाली भीषण गर्मी. मां की साड़ी की घुमावदार पल्लू, माथे पर बिंदी और घर में सावधानी से लगाए गए पौथे. ऐसा लगता है जैसे किसी कलाकार की सोच को वास्तविक जीवन में उतार दिया गया है.
Netflix पर स्ट्रीम हो रही 'माई' की कहानी कोमल और नाजुक है. यह एक ऐसा शो है जिसके दृश्यों से लेकर विषय, लेखन और एक्टिंग के हर पहलू में संवेदनशीलता दिखती है.
'माई' कमजोर दिल वालों के लिए नहीं है. इस शो को देखते हुए रोने और दुख सहने के लिए तैयार रहें. यह ऐसा शो नहीं है जिसे आप वीकेंड पर आराम से लेटकर देख सकते हैं. लेकिन यह उतना ही आकर्षक और देखने योग्य है.
'माई' एक मां की कहानी है. जो अपनी मूक बेटी की मौत के कारणों का पता लगाने निकल पड़ती है. वह उस सच्चाई को उजागर करना चाहती है कि उसकी बेटी किसी बात से पीड़ित थी और उसकी मौत का क्या कारण था.
यह एक तेज गति से चलने वाली, तेज-तर्रार कहानी है. आप पिछले दृश्य की चौंकाने वाली चीज से उबरते भी नहीं हैं कि स्क्रीन पर कुछ नया आ जाता है.
साड़ी पहनने और रात का खाना बनाने वाली आम भारतीय मां, जो अपने पति के ब्लड शुगर और बेटी के मिजाज को लेकर सावधान रहती है. वह मेडिकल धोखाधड़ी, गैंगस्टर और अपराध की एक अजीब दुनिया में पहुंच जाती है.
'माई' एक थ्रिलर, रहस्य और बदले की कहानी है जो एक दूसरे से लिपटी हुई है. हमने पहले भी मां के बदले की कहानी देखी है. लेकिन साक्षी तंवर अपने किरार में कुछ ऐसा करती हैं जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है. साक्षी तंवर को एक असहाय, खोई हुई और दुखी मां के रूप में रोते हुए देखना दिल दहला देने वाला है.
ये शो Netflix के उन भारतीय शो से बिल्कुल अलग है जिनकी शुरुआत तो दमदार होती है लेकिन बाद के एपिसोड में भटक जाते हैं. यह शो साक्षी तंवर की दमदार एक्टिंग के दम पर काफी मजबूती के साथ फिनिश लाइन तक पहुंचती है.
साक्षी तंवर अपने आप में शानदार हैं. वह शेफाली शाह की तरह ही उन एक्टर्स में से एक हैं जिन्हें कम आंका जाता है और जिनका कम इस्तेमाल किया जाता है. माई में साक्षी के अलावा अन्य कलाकारों ने भी शानदार अभिनय किया है. प्रत्येक व्यक्ति ने अपने किरदार में कुछ नया करने की कोशिश की है.
इस शो में सेट डिजाइन से लेकर कॉस्ट्यूम और यहां तक कि संगीत कहानी को विश्वसनीय और आकर्षक बनाते हैं. 'माई' के प्लॉट को बहुत अच्छी तरह से स्थापित किया गया है और एक पल के लिए भी हमें इसकी वास्तविकता पर संदेह नहीं होता है. अगर किसी को महिला के रूप में भगवान को देखन है तो वह इस शो में साक्षी तंवर हैं.कहानी कुछ एपिसोड में स्लो हो जाती है और पुराने ढर्रे पर चलने लगती है. लेकिन अधिकतर भाग को देखते हुए इसे नजरअंदाज किया जा सकता है.
इस शो के कुछ एपिसोड और कुछ सब प्लॉट को कम करके कहानी को और मजबूत किया जा सकता था. अगर आपको कुछ आकर्षक और भावनात्मक देखना है तो आप 'माई' देख सकते हैं. माई आपका ध्यान और आपकी भावनात्मक भागीदारी की मांग करती है. यदि आप आंसुओं और भावनात्मक रूप से जुड़ने के लिए तैयार हैं तो आप यह शो देख सकते हैं. यह Netflix पर हाल में रिलीज किए गए सबसे आकर्षक सीरीज में से एक है.
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