साल 2008 में आई अनुजा चौहान की किताब पर आधारित सोनम कपूर और दुलकर सलमान की फिल्म 'द जोया फैक्टर' रिलीज हो गई है. फिल्म ‘जोया’ अलग की अंदाज में अपनी कहानी बयान कर रही है. सोनम कपूर और उनकी खूबसूरत बिल्ली एक दूसरे के पक्के साथी हैं और वक्त पड़ने पर एक दूसरे की तारीफें भी किया करते हैं.
फिल्म की शुरुआत शाहरुख खान की आवाज से होती है, जहां वो उस बच्ची के बारे में बता रहे हैं जिसने उस वक्त जन्म लिया, जब भारत ने 1983 का वर्ल्ड कप जीता था. इसी के बाद उसके पिता संजय कपूर और उनका पूरा परिवार उसे क्रिकेट का भगवान मानने लगे. जोया का बचपन यहां सुन-सुनकर गुजरा. इस तमगे से खुद को कोसती जोया सिर्फ एक ही बात दोहराती है कि ‘’मेरी पर्सनल और प्रोफेशनल जिंदगी दोनों बर्बाद हैं’’.
जोया एक एडवरटाइजमेंट कंपनी में जुनियर कॉपी राइटर के तौर पर काम करती हैं. और किस्मत देखिए कि जोया एक दिन उसी टेबल पर नाश्ता कर रहीं थी, जहां इंडियन क्रिकेट टीम बैठी हुई थी. और कहानी तो तब शुरू होती है, जब जोया को इंडियन क्रिकेट टीम का कैप्टन दुलकर सलमान भाव देने लगता है. फिर क्या था लोगों को लगा कि अगर जोया ने दुलकर के साथ बैठकर नाश्ता किया, जो तो इंडिया की जीत पक्की. और जोया नहीं आई तो भारत को हार का मुह देखना पड़ेगा.
जोया फेक्टर का फर्स्ट हाफ काफी इंटरेस्टिंग है, सच पूछिए जो तो कहीं-कहीं आपको परियों की कहानी जैसा भी लगेगा. इस फिल्म की सबसे खास बात फिल्म के किरदार हैं. चाहे बात रोमांस की हो या क्रिकेट की सभी सीन्स को हर किरदार ने बखूबी निभाया है. क्रिकेट में कभी धोनी वाली फीलिंग तो कभी विराट कोहली वाला एहसास दुलकर सलमान और अंगद बेदी ने ब्लू जर्सी में इन क्रिकेट के सितारों के किरदार पूरी तरह निभाने की कोशिश की है. फिल्म में सभी क्रिकेट के सितारे असली लगते हैं. एक किरदार तो हूबहू शिखर धवन की तरह दिखाई देते हैं.
कोयल पुरी इस फिल्म में जोया की खतरनाक बॉस का किरदार निभा रहीं है. जिसने जोया की जिंदगी नर्क बना रखी है. और एक किरदार है मनु ऋषि जो मुंह पर तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन देखा जाए तो जोया की जिंदगी के हर बड़ी समस्या खड़ी करने वाले वही हैं. इंटरवल होते ही साथ आपको लगता है कि, क्या जरूरत थी इसकी फिल्म में इतना मजा तो आ रहा था. लेकिन, इंटरवल के साथ ही आपकी उम्मीदें टूटने लगती है. दर्शकों को लगता है कि फिल्म में अब सीरियल मोड़ आने वाला है, क्योंकि चक दे इंडिया टाइप ड्रेसिंग रूम में दुलकर सलमान पूरे जोश के साथ स्पीच देते हुए नजर आते हैं. फिल्म का फर्स्ट हाफ आपको फ्रैश मैच के जैसा लगेगा, लेकिन सेकंड हाफ मैच की हाइलाइट्स की तरह. लेकिन अगर ओवरऑल फिल्म की बात करें को दुलकर सलमान और सोनम कपूर ने बेहतरीन काम किया है.
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