न्यूजीलैंड के माउरी समुदाय के बारे में दुनिया को कुछ पता नहीं था. पहली बार उसे परदे पर उतार कर दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का कार्य निकी कारो ने किया. न्यूजीलैंड की सिने-निर्देशक निकी कारो ने 2002 में ‘व्हेल राइडर’ नाम से फिल्म बनाई. इसमें उन्होंने माउरी समुदाय के विश्वास, रीति-रिवाज, उनके पूर्वज और पूर्वाग्रह को विस्तार से दिखाया. पितृसत्ता यहां भी अपनी जड़े जमाए बैठी है, मगर एक छोटी माउरी बच्ची अपनी लगन, समुदाय के प्रति अपने कर्तव्य और अपनी आध्यात्मिक शक्ति से इस भ्रांति को तोड़ती है कि लड़के ही विरासात संभालने के योग्य होते हैं. पैकिया या पाई (कैशा कैसल-हग्स) की कुशलता उसे समुदाय का प्रमुख बनाती है. यह फिल्म न्यूजीलैंड की सर्वाधिक सफल फिल्मों में से एक रही.
पहली फिल्म को मिला न्यूजीलैंड फिल्म पुरस्कार
1967 में न्यूजीलैंड में जन्मीं तथा यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड एवं स्विनबर्न यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलॉजी से शिक्षा पाने वालीं निकी की पहली फिल्म ‘मेमोरी एंड डिजायर’ थी. इसके भी पहले उन्होंने टेलिविजन कमर्शियल्स तथा सिरीज बनाई थी. ‘मेमोरी एंड डिजायर’ पीटर वेल्स की एक कहानी पर आधारित है, जिसमें एक शादीशुदा जापानी आदमी अवसाद/डिप्रेशन का शिकार होकर आत्महत्या कर लेता है. समीक्षकों द्वारा सराही गई इस फिल्म को न्यूजीलैंड फिल्म पुरस्कार मिला.
गैर परंपरागत विषय चुनने वालीं निकी ने 2005 में अपनी पहली अमेरिकन फिल्म ‘नॉर्थ कंट्री’ निर्देशित की. यह मिनेसोटा स्थित खदान में महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न तथा उससे संबंधित कानून से जुड़ी एक सत्य घटना पर आधारित फिल्म है. अभिनेत्री चार्लीज थेरॉन तथा फ्रांसेस मैक्डॉर्मैंड को अकादमी पुरस्कार के लिए नामित किया गया. यह फिल्म खास नाम नहीं कमा सकी. मगर निकी ने हार नहीं मानी, 2009 में निकी ने ‘ए हेवेनली विंटेज’ बनाई, फिल्म ने तीन पुरस्कार जीते, मगर समलैंगिक संबंध को उपन्यास जितना तेजतर्रार नहीं दिखाए जाने की आलोचना हुई. पूरी फिल्म प्रेम, जुनून तथा शराब की एक दंतकथा है. स्पोर्ट्स से जुड़ी निकी की फिल्म ‘मैक्फ़ारलैंड, यूएसए’ एक बहुत सफल फिल्म रही.
फिल्म 'द जूकीपर्स वाइफ' के लिए हमेशा याद की जाएंगी निकी
जिस एक और फिल्म के लिए निकी को हमेशा याद किया जाएगा, वह द्वितीय विश्वयुद्ध से जुड़ी फिल्म ‘द जूकीपर्स वाइफ’ है. ‘द जूकीपर्स वाइफ’ में वार्सा के जू डायरेक्टर जैन जाबिन्स्की की पत्नी अंटोनिया यहूदियों को नाजी चंगुल से बचा कर अपने संरक्षण में रखती है. दूसरों की जान बचाने के लिए वह अपनी तथा अपने परिवार की जान की बाजी लगाने से नहीं डरती है. पति-पत्नी मिल कर करीब 300 यहूदियों की जीवन रक्षा करते हैं. इस फिल्म को इसकी कुशल अदाकारी, मार्मिक दृश्यों तथा मानवीय गुणों के लिए अवश्य देखा जाना चाहिए. जीव विज्ञानी ज़ाबिन्स्की और बच्चों के लिए लिखने वाली उनकी पत्नी एंटोनीना की वास्तविक कहानी को परदे पर उतारती है. इसके लिए निकी की प्रशंसा हुई, फिल्म को कई पुरस्कार प्राप्त हुए.
निकी के काम से प्रभावित वाॅल्ट डिज्नी ने दिया प्रोजेक्ट
उनके काम को देखते हुए वॉल्ट डिज्नी ने निर्देशक, स्क्रीनराइटर तथा प्रोड्यूसर निकी कारो को 1998 की अपनी फिल्म ‘मुलान’ का लाइव-एक्शन बनाने के लिए आमंत्रित किया. जिसका नतीजा है फिल्म ‘मुलान’, जिसमें लिउ यिफ़ीई ने शानदार अभिनय किया है. 2020 में बनी इस फिल्म में एक चीनी युवती अपने पिता की जान बचाने केलिए पुरुष वेष में योद्धा बनती है.
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