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"बेशर्म धर्मांध","बेबुनियाद आपत्ति"...'बेशर्म रंग' विवाद पर क्या बोल रहे एक्टर?

Pathan Controvesry: शाहरुख की 'पठान' के 'बेशर्म' गाने पर विवाद, दीपिका पर बन रहे मीम्स.

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पिछले दिनों शाह रूख खान (Shah Rukh Khan) की फिल्म पठान (Pathaan) का गाना 'बशर्म रंग' रिलीज हुआ. एक ओर प्रसंशकों के द्वारा इस गाने को प्यार मिल रहा है और दूसरी ओर कुछ लोगों ने इस पर विवाद भी शुरू कर दिया है. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा गाने में दीपिका पादकोण के कपड़े पर नाराजगी जताई. बेशर्म रंग के विरोध पर फिल्म एक्टर प्रकाश राज ने नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया है.

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इसके अलावा इंदौर में वीर शिवाजी ग्रुप नाम के एक धार्मिक ग्रुप के लोगों ने शाहरुख खान और दीपिका के पुतले जलाए.साथ ही उन्होंने ’पठान’ को बन करने की भी मांग की. ये लोग ’बेशरम गाने’ में दीपिका ने जो कपड़े पहने हैं, उससे हिंदुओं की धार्मिक भावना आहत होने के आरोप लग रहे हैं.

प्रकाश राज ने अपने ट्विटर हैंडल से एक खबर को रीट्वीट करते हुए लिखा कि

बेशर्म धर्मांध...तो ये ठीक है कि भगवाधारी लोग रेपिस्टों को माला पहनाएं, नफरती भाषण दें. दलाल विधायक, एक भगवाधारी स्वामीजी नाबालिग से रेप करे लेकिन एक फिल्म में इस रंग की ड्रेस ठीक नहीं?

अब इस गाने को लेकर हो रहे विवाद पर साउथ की सुपरहिट फिल्म बाहुबली के निर्माता की प्रतिक्रिया सामने आई है.

बाहुबली फिल्म के निर्माता शोबू यारलागड्डा ने एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयानों पर अपना गुस्सा जाहिर किया है और अपने ट्वीट में कहा कि हम वास्तव में अब बहुत नीचे जा रहे हैं.

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"बहिष्कार की मांग करने वाले बेवकूफ"

दीपिका पादुकोण की 'भगवा बिकिनी' पर चल रहे विवाद पर एक्ट्रेस पायल रोहतगी ने भी बयान दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने इसे बेवकूफी बताया है.

गावे को लेकर जो आपत्ति जताई जा रही है, वह बेबुनियाद है. रंग को टार्गेट करना गलत है. अब ऐसा तो नहीं है कि दीपिका पादुकोण ने सनातन धर्म से जुड़े हमारे भगवानों की तस्वीर को बिकिनी में रखा है. ऐसे में सिर्फ रंग की वजह से टारगेट किया जाना सही नहीं है. मैं जिस रिएलिटी शो में थी, वहां भी हमारी यूनिफॉर्म इसी रंग की थी. हम उसे लात मारते थे और फाड़ते भी थे. तो क्या हम भी गलत हैं?
पायल रोहतगी, एक्ट्रेस

उन्होंने आगे कहा कि जो लोग गाने में दीपिका के कपड़ों पर आपत्ति जता रहे हैं या फिल्म का बहिष्कार करने की मांग कर रहे हैं वो बेवकूफ हैं. वो ये रवैया या एजेंडा केवल पब्लिसिटी के लिए अपना रहे हैं.

ऐसा करने से फिल्म को नुकसान नहीं बल्कि फायदा होगा. पब्लिसिटी चाहे नेगेटिव हो या पॉजिटिव, वो काम जरूर करती है.

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सोशल मीडिया पर शाहरूख की राय

पठान गाने पर चल रहे विवाद के बीच शाहरुख खान ने कोलकाता इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में शिरकत की. इस बीच में उन्होंने सोशल मीडिया को लेकर कुछ बयान दिया जो काफी सुर्खियों में है.

शाहरुख खान ने कहा कि आज के वक्त में सोशल मीडिया द्वारा एक कलेक्टिव नैरेटिव दिया जाता है. मैने कही पढ़ा था कि...नेगेटिविटी सोशल मीडिया के यूज को बढ़ाती है. इससे सामूहिक नैरेटिव को बल मिलता है, जो सोशल मीडिया को विभाजनकारी और विनाशकारी बनाती हैं. सिनेमा एक काउंटर नैरेटिव को बनाए रखने के लिए सबसे अच्छी स्थिति में है.

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