बॉलीवुड की 'देसी गर्ल' प्रियंका चोपड़ा किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं. प्रियंका ने हिंदी सिनेमा में शानदार काम करने के बाद हॉलीवुड में कदम रखा और वहां भी उन्होंने अपनी एक खास जगह बनाई है. हाल ही में, प्रिंयका चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में हॉलीवुड इंडस्ट्री में संघर्ष और अपनी फिल्मों के बारे में खुलकर बात की.
TRS क्लिप को दिए इंटरव्यू में प्रियंका चोपड़ा ने कहा, "ये सच है कि हॉलीवुड में जाना इतना आसान नहीं था, खासकर एक इंडियन को. अमेरिका में भारतीय होने का कड़वा सच है. मैंने साल 2010 में हॉलीवुड में कदम रखा था और 2020 में पहली बार 'क्वांटिको' में लीड रोल मिला. लगभग 10 साल लगे. हॉलीवुड बॉलीवुड से अलग है, वहां आपको अस्वीकार किया जाएगा."
"बड़ी कमर्शियल फिल्मों में लीडिंग रोल पाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है, क्योंकि बॉलीवुड से वहां का कल्चर अलग है और वहां हार्ड वर्क करना पड़ता है. 10 साल लग गए तब जाकर मुझे लीड रोल मिल पाया. मैंने हॉलीवुड के बड़े मुवी में छोट-छोटे रोल अदा किया और अब आखिरकार मैं वही कर रही हूं जो मैं सच में करना चाहती थी."
प्रियंका ने आगे कहा, "मैं अमेरिकी म्यूजिक इंडस्ट्री की बिग फैन हूं. पॉप म्यूजिक मुझे बेहद ही पसंद हैं. मुझे म्यूजिक और म्यूजिशयन, दोनों ही बड़े पसंद हैं."
बता दें कि प्रियंका चोपड़ा ने हॉलीवुड में टीवी शो 'क्वांटिको' से डेब्यू किया था. इसके बाद वह 'द मैट्रिक्स रिसरेक्शन', 'बेवॉच' और 'इज नॉट इट रोमांटिक' जैसी फिल्मों में नजर आई.
कुछ दिनों पहले उन्होंने ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं का भी समर्थन किया था.
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