ADVERTISEMENTREMOVE AD

बाहुबली के किरदार को इस एक्टर ने दी है अपनी आवाज

शरद केलकर ने फिल्म ‘बाहुबली’ की दोनों सीरीज के हिंदी वर्जन में बाहुबली के किरदार को अपनी अवाज दी है

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

तेलुगू फिल्म की हिंदी डबिंग में बाहुबली को आवाज देने वाले अभिनेता शरद केलकर का कहना है कि लोगों को यकीन ही नहीं होता कि उन्होंने बाहुबली के किरदार की डबिंग की है. बकौल शरद, यह फिल्म सफलता के नए पैमाने गढ़ने जा रही है. उन्होंने कहा कि वह आने वाले वक्त में राजामौली की फिल्म में एक्टिंग करना चाहते हैं.

साल 2017 की मोस्ट अवेटेड फिल्मों में से एक 'बाहुबली : द कन्क्लूजन' शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. फिल्म के पहले पार्ट में 'बाहुबली' का किरदार निभाकर प्रभाष रातोंरात देशभर में छा गए थे.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
टीवी की दुनिया के नामचीन अभिनेता शरद केलकर को उनकी दमदार आवाज के लिए काफी सराहा जाता रहा, लेकिन उनकी जिंदगी में यूटर्न उस वक्त आया, जब उन्होंने राजामौली की फिल्म ‘बाहुबली’ के लिए वॉयस टेस्ट दिया.

उन्होंने एक इंटरव्यू में 'बाहुबली' का हिस्सा बनने के सफर के बारे में बताया,

0
“मैं टीवी पर कई साल से काम कर रहा हूं. काफी लोग बोलते थे कि आपकी आवाज बहुत अच्छी है, डबिंग क्यों नहीं करते. एक डबिंग कंपनी है, जो बहुत सारी हॉलीवुड फिल्म की डबिंग करती हैं और उसका नाम ही ‘डबिंग’ है. मैंने वहां से डबिंग के गुर सीखे. मैं पेशेवर तरीके से डबिंग नहीं कर रहा था, लेकिन वहां से शुरुआत हुई.”

वह बताते हैं, "मैंने इस सीरीज की दोनों फिल्मों की डबिंग की है, लेकिन जब मैं लोगों को बताता हूं कि मैंने फिल्म में बाहुबली को आवाज दी है तो वे चौंक जाते हैं. उन्हें यकीन ही नहीं होता. मैं करण जौहर को बहुत पहले से जानता हूं, लेकिन जब उन्हें पता चला कि मैंने फिल्म में डबिंग की है, तो वह हैरान हो गए."

वह कहते है कि, डबिंग के दौरान भाषाई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसी तरह की दिक्कतों के बारे में वह कहते हैं, "मैं एक डबिंग कलाकार नहीं हूं. एक एक्टर हूं, लेकिन मैं पूरी फिल्म देखने के बाद ही डबिंग करता हूं. मध्यप्रदेश में पला-बढ़ा हूं तो इस लिहाज से मेरी हिंदी बहुत अच्छी है. मैं डबिंग में अपने हिसाब से शब्दों में फेरबदल कर देता था. थोड़ा बहुत मुश्किल है, लेकिन मुझे हिंदी भाषी और एक अभिनेता होने के नाते ज्यादा परेशानी नहीं हुई."

शरद ने सिर्फ पांच दिनों में फिल्म की डबिंग पूरी कर दी थी. वह कहते हैं, सीरीज की पहली फिल्म में थोड़ा समय लगा, लेकिन दूसरी फिल्म की डबिंग पांच दिनों में पूरी हो गई.

शरद की इच्छा राजामौली के साथ काम करने की है. वह कहते हैं, "मेरी भी इच्छा थी कि बाहुबली जैसी फिल्म में अभिनय करूं. इन दोनों फिल्मों में तो संभव नहीं था, लेकिन उम्मीद है कि राजामौली सर को मेरा काम पसंद आए और वह मुझे इस सीरीज की अगली फिल्म में अभिनय करने का मौका दें.”

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×