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कैसी है सलमान खान की ट्यूबलाइट? पढ़ें- फिल्म क्रिटिक्स के रिव्यू

सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलीज हो गई है. हम आपको बताते हैं, फिल्म समीक्षक इस फिल्म के बारे में क्या कहते हैं. 

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सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट रिलीज हो गई है. ये फिल्म कैसी है. ये जानने के लिए उनके फैंस उत्सुक हैं. तो हम आपको बताते हैं फिल्म समीक्षक इस फिल्म के बारे में क्या कहते हैं.

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सलमान खान ने अपनी एक्शन हीरो की छवि को बदलने का जो साहसी प्रयास किया है, वो अद्भुत है. 2016 में सलमान ने फिल्म सुल्तान में बेहतरीन प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने एक पहलवान का किरदार निभाया था, जो अपनी टूटी हुई शादी को बचाने की कोशिश करता है. ट्यूबलाइट में सलमान खान बजरंगी भाईजान मोड में हैं, मासूम जो इतिहास बनाता है, वो गंदी राजनीति और छल कपट करने वाले लोगों से अनजान है. कबीर खान ही बजरंगी भाईजान के लिए भी जिम्मेदार थे. लेकिन ट्यूबलाइट में, वो पर्सनल-मीटिंग-पॉलिटिकल एनकाउंटर को दिखाने में नाकाम रहे. ट्यूबलाइट में बजरंगी भाईजान जैसी परतें तो नहीं हैं, लेकिन लक्ष्मण पहचान बनाने और सहानुभूति बटोरने में निष्क्रिय साबित हुआ है. ट्यूबलाइट ज्यादा बेहतर हो सकती थी अगर ये बच्चे पर केंद्रित होती और युद्ध और मौत के अनुभव को सही ढंग से दर्शाया जाता. कबीर खान की ईमानदारी और उनका ये विश्वास कि इस हिंसक दुनिया में आज भी इंसानियत के लिए जगह है इस पर कोई संदेह नहीं हैं, लेकिन उनके विचारों के लिए ट्यूबलाइट सही प्लेटफॉर्म नहीं है. 
नंदिनी रामनाथ, Scroll.in 
कबीर खान ने कई चीजें सही की हैं. ट्यूबलाइट की कहानी प्यार, भरोसे, जादू और विश्वास पर है. यह एक टॉनिक जैसा है. आप खुद को फिल्म के किरदारों से बात करते हुए पाएंगे. शुरुआत में ही ये स्पष्ट है कि अगर इस भूमिका में सलमान के छोटे भाई के किरदार में कोई ए-स्टार अभिनेता होता, तो उससे आप भावनात्मक रूप से नहीं जुड़ते. फिल्म के कई सीन के दौरान आपकी आंखों से आंसू आ जाएंगे, जब आप दो भाइयों के जज्बातों को देखेंगे, जिसे देखकर आप रील और रियल का फर्क नहीं कर पाएंगे. कबीन खान और सलमान खान ने हमें बजरंगी भाईजान में दिखा दिया था कि वो बच्चों के साथ भी अच्छा काम कर सकते हैं. स्वभाविक रूप से छोटे बच्चे मटीन रे तंगू के साथ के सीन सबसे प्यारे हैं. ओम पुरी, जीशान, यशपाल शर्मा और अन्य कलाकारों का प्रदर्शन बेहतरीन है. सलमान ने अपने करियर में पहली बार मासूम और एक कमजोर चरित्र का किरदार निभाया है. इस फिल्म में एक्शन सीन नहीं है, लेकिन भावनात्मक सीन आपके दिल को छू जाएंगे. फिल्म में शाहरुख खान का गेस्ट अपीयरेंस फिल्म का हाइलाइट सीन है.  
सरिता ए तंवर, डीएनए

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