बिग बॉस 13 को दो हफ्ते पूरे हो गए है. इस पूरे हफ्ते हमें जो देखने को मिला, वो है लड़ाई! लड़ाई! और सिर्फ लड़ाई! इस हफ्ते दलजीत कौर-सिद्धार्थ डे और रश्मि-सिद्धार्थ शुक्ला की लड़ाइयों ने ऑडियंस को खूब एंटरटेन किया.
किस टॉपिक पर हुईं लड़ाइयां
इतनी लड़ाइयां देखकर मैं सोच में पड़ गई कि इनको इतनी लड़ाइयों के लिए टॉपिक आखिर मिलते कहां से हैं? अंडे से लेकर, प्यार-मोहब्बत और धोखा तक, कोई ऐसा टॉपिक नहीं था, जिसपर इस बार बिग बॉस के घरवाले न लड़े हों.
दूसरे हफ्ते की शुरुआत हुई दलजीत कौर और सिद्धार्थ डे की खतरनाक लड़ाई से. दूसरे हफ्ते के पहले दिन नॉमिनेशन टास्क दिया गया- ‘ऊंची है बिल्डिंग‘.
टास्क के दौरान दलजीत कौर और शेफाली बग्गा बिल्डिंग में ऊपर खड़ी थीं. सिद्धार्थ डे को फैसला करना था कि उन्हें दोनों में से किसे बचाना है और किसे नॉमिनेट करना है? सिद्धार्थ डे ने शेफाली बग्गा को चुना और दलजीत नॉमिनेट हो गईं.
इसी नाराजगी में दलजीत, सिद्धार्थ डे से लड़ पड़ीं. सिद्धार्थ ने इसी बीच उनके बेटे का जिक्र कर दिया, जिसके बाद दलजीत का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. उन्हें देखकर ऐसा लगा कि नॉमिनेट होते ही उनके अंदर की शेरनी जाग गई.
जब रोटी पर हो गई बहस...
दूसरी जिस लड़ाई ने ऑडियंस को इस हफ्ते एंटरटेन किया, वो थी रश्मि देसाई और सिद्धार्थ शुक्ला की लड़ाई. दोनों के बीच रोटी को लेकर जमकर बहसबाजी हुई! दरअसल, सिद्धार्थ को रोटी खानी थी, लेकिन देवोलीना ने कहा कि वो सिर्फ चावल बनाएंगी, क्योंकि आटा कम है. काफी बहस के बाद सिद्धार्थ की बात मानी गई. तय हुआ कि रोटी बनेगी. अब इसके बाद सिद्धार्थ इस बात से नाराज हो गए कि रोटियां इतनी मोटी क्यों बन रही हैं.
रश्मि और सिद्धार्थ में रोटी के ‘मोटापे’ पर लड़ाई शुरू हो गई और इसके बाद तो फिर ‘औकात’ जैसे शब्द तक मैदान में आ गए.
इस लड़ाई को लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब बहस चल रही है. लोगों ने कहा सिद्धार्थ शुक्ला को लड़कियों से बात करने की तमीज नहीं है. वहीं कुछ का ये भी कहना है कि सिद्धार्थ बिना मतलब लड़ते हैं.
इसके अलावा 'क्वीन' टास्क में भी बिग बॉस की फीमेल गैंग में खूब लड़ाई हुई. शहनाज-माहिरा, कोएना-आरती आमने-सामने आ गईं और सभी में खूब बहस हुई.
सीजन को शुरू हुए सिर्फ 2 ही हफ्ते हुए हैं और 2 हफ्तों में इतनी लड़ाइयां हो चुकी हैं. आगे पता नहीं क्या देखने को मिलेगा. खैर! वो कहते हैं ना पिक्चर तो अभी बाकी है.
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