‘‘आदर आदाब अभिनंदन आभार..मैं अमिताभ बच्चन शुरू करने जा रहा हूं ज्ञान की ग्यारहवीं पारी, कौन बनेगा करोड़पति’’ कुछ इसी अंदाज से आगाज हुआ भारत के सबसे पॉपुलर शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’का. सोमवार को इसका पहला एपिसोड टीवी पर प्रसारित हुआ. 9 बजते ही दर्शकों की नजरें टीवी सेट से चिपक गई और महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने चिर परिचित अंदाज में एंट्री मारी. उन्होंने शो की शुरुआत आरडी तैलंग की लिखी कविता ‘कब तक रोकोगे’ से की.
इस बार सेट में थोड़े से बदलाव किए गए हैं. पहले एपिसोड में अमिताभ बच्चन की एंट्री सेट के पीछे से चलकर आते हुए हुई है. हर बार की तरह इस बार भी केबीसी की थीम है, इस बार केबीसी का टैगलाइन है ‘विश्वास है तो खड़े रहो अड़े रहो’. केबीसी का मकसद इस बार ऐसे लोगों को आगे बढ़ाने का है जिन लोगों ने अपने जिंदगी में ज्ञान और योग्यता के बूते लक्ष्य हासिल किए हों.
अमिताभ बच्चन का वही अंदाज और भाषा शैली देखने को मिली जिसके लिए वो केबीसी के साथ जोड़कर देखे जाते हैं. शुद्ध हिंदी में बात करना, देवियों सज्जनों कहकर लोगों को संबोधित करना. केबीसी का म्यूजिक वही है जो केबीसी का नाम सुनकर हमारे कानों में बजने लगता है.
पुराने नियम की वापसी, और नए नाम
जैसे हमें पता है कि सभी खिलाड़ियों को 4 लाइफलाइन दी जाती हैं. इस बार भी चार हैं लेकिन एक नियम की वापसी हुई है. ये है ‘फ्लिप द क्वेश्चन’ इसका इस्तेमाल कर खिलाड़ी सवाल को बदलकर नया सवाल चुन सकते हैं. इसे फोन अ फ्रेंड की जगह लाया गया है.
एक नया नियम ये है कि लाइफलाइन्स का सिर्फ 1 करोड़ तक के सवालों के लिए ही इस्तेमाल कर सकते हैं. 7 करोड़ के सवाल पर सभी लाइफलाइन्स निरस्त हो जाएंगी, भले ही चारों क्यों ने जीवीत हों.
बाकी की लाइफलाइन्स वही हैं, 50-50, ऑडियंस पोल और आस्क द एक्सपर्ट. पहले, दूसरे और तीसरे पड़ाव के दौरान जो टाइमर चलता है उसका नाम अमिताभ बच्चन ने ‘श्रीमान घड़िमानजी’ रखा है. पिछली बार इसे ‘श्रीमती घड़ीबड़ीजी’ कहा गया था. इनके अलावा कोई और बदलाव नजर नहीं आए.
सवालों के साथ चलाए जाने वाले संगीत और सवालों के बीच वो सस्पेंस बढ़ाने वाला संगीत आज भी जेहन में कुछ बातें ताजा कर देता है. दर्शक सालों से केबीसी देख रहे हैं और अब तो एक पूरी पीढ़ी है जो केबीसी के साथ बड़ी हुई. जो लोग केबीसी को नियमित रूप से फॉलो करते हैं उनके लिए सब प्रिडिक्टेबल है. जैसे कहां अमिताभ रुकेंगे, कब कहेंगे कि मैं आपकी कोई मदद नहीं कर सकता या एक बार फिर सोच लीजिए.
पहले एपिसोड में क्या हुआ?
पहले एपिसोड की शुरुआत हुई फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट से जो कि केबीसी का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव और अंग है. ये सवाल था, ‘‘2019 के इन घटनाओं को शुरू से बाद के क्रम में सजाएं.’’ इसका सही और सबसे तेज जवाब दिया गुजरात से आए अनिल जीवनानी ने जो सिर्फ 10 हजार जीत सके. जीवनानी ने 10 हजार तक पहुंचने तक तीन लाइफलाइन्स ले ली थी. लेकिन दूसरे पड़ाव पर पहुंचकर दसवें सवाल का गलत जवाब दे दिया और बाहर हो गए.
लेकिन पहले एपिसोड में नई खिलाड़ी आ गई हैं जो मंगलवार को खेलेंगी. अभी तक चित्रलेखा राठौड़ एक लाइफलाइन गंवाकर 40 हजार जीत चुकींं हैं.
केबीसी के 11वें सीजन में 65 एपिसोड हैं जो 13 हफ्तों तक टीवी पर प्रसारित किए जाएंगे. इसमें वीकेंड पर स्पेशल शो होंगे जिसमें कुछ कर्मवीरों को बुलाया जाएगा, जैसा कि पिछले सीजन में भी हुआ था.
खैर...अमिताभ बच्चन एक बार फिर से हमारे बीच ‘ज्ञान की ग्यारहवीं पारी’ के साथ मौजूद हैं. तो हम भी केबीसी देखकर रोज अपने पसंदीदा बच्चन से रूबरू होने वाले हैं और अपना सामान्य ज्ञान बढ़ाने वाले हैं.
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