रामायण धारावाहिक में अब तक के एपिसोड में आपने देखा, राम और रावण रणभूमि में आमने सामने होते हैं. रावण कहता है वह मिट जाएगा पर झुकेगा नहीं. देवी-देवता देख कर कहते हैं कि रावण अपने विजय रथ पर आया है. वहीं श्रीराम युद्ध करने नंगे पांव आए हैं. इंद्रदेव अपना रथ श्रीराम को देते हैं, ताकि युद्ध बराबरी का हो सके. श्रीराम रथ पर विराजमान होते हैं और रथ को रणभूमि के बीचो बीच ले जाया जाता है.
रावण और प्रभु श्री राम का युद्ध चल रहा है. इस दौरान श्री राम रावण को दंड देने की बात कह रहे हैं. इस दौरान राम ने रावण का वध करने के लिए उसका सर काट दिया. लेकिन दशानंद रावण मरा नहीं बल्कि हंस रहा है. बार-बार बाण उसका सर धड़ से अलग कर रहे हैं, लेकिन रावण पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है.
रावण का वध हुआ
राम ने रावण के कई सर काटे लेकिन ब्रह्मा जी के वरदान से वो मरा नहीं, जिसके बाद विभीषण के परामर्श से राम ने रावण की नाबी में बाण मार करकर उसका वध किया. जिसके बाद देव लोक से लेकर वानर सेना में उत्साह की लहर दौड़ गई है और अधर्म पर धर्म की विजय हुई है. तीनों लोकों में हर कोई भगवान का यश गा रहा है.
फूट फूट रोये विभीषण
राम ने रावण का अंत अपने ब्रह्मास्त्र से कर दिया है. जिसके बाद उनका छोटा भाई विभीषण अपने भाई रावण के शव के सामने रोते बिलखते नजर आए, जिसके बाद विभीषण को भगवान राम ने ढांढस बंधाया और रावण के अंतिम संस्कार को विधी विधान से करने का आदेश दिया.
विभीषण का राजतिलक हुआ
रावण के वध के बाद भगवान राम की आज्ञा से विभीषण का लंका में राज तिलक हुआ है. राज तिलक कार्यक्रम में सुग्रीव, हनुमान जी और लक्ष्मण जी पहुंचे. भगवान श्री राम ने हनुमान जी को सीता माता को लंका विजय की सूचना देने भेजा है. जिसके बाद हनुमान जी ने जानकी को सूचना दी.
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