यूट्यूबर एल्विश यादव (Elvish Yadav) को नोएडा के लुक्सर जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, केस की जांच की जा रही है और जल्द ही इसमें कई और नामों के खुलासा होने की संभावना है और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं. पुलिस वीडियो की भी जांच कर रही है. बता दें कि एल्विश यादव को 17 मार्च को नोएडा पुलिस (Noida Police) ने गिरफ्तार किया था.
पुलिस के मुताबिक सोशल मीडिया पर एल्विश आर्मी ने पुलिस को जो अपशब्द कहे हैं, उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. रविवार, 17 मार्च की शाम से ही एल्विश यादव को क्वारंटाइन सेल में बंद किया गया था. उसके बाद अब उसे हाई सिक्योरिटी सेल में शिफ्ट कर दिया गया है. पहले नॉर्मल प्रोसीजर के तहत उसे आम कैदियों के साथ रखा जाना था, लेकिन एक सेलिब्रिटी होने के नाते उसे हाई सिक्योरिटी सेल में बंद किया गया है.
डीसीपी विद्या सागर मिश्र ने जानकारी देते हुए बताया है कि मामले की जांच जारी है. साक्ष्य जुटाए गए हैं. इसके साथ ही साक्ष्य में जो भी सामने आएंगे, उनसे पूछताछ की जाएगी.
उन्होंने बताया है कि वीडियो फुटेज की जांच भी की जा रही है, जिस भी व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाएगी, उनसे पूछताछ करेंगे. उन्होंने एल्विश आर्मी के सोशल मीडिया पर कहे गए अपशब्द पर भी कार्रवाई की बात कही है.
डीसीपी ने बताया कि अगर पुलिस को जरूरत पड़ेगी तो एल्विस की रिमांड के लिए भी अप्लाई किया जाएगा. इस मामले में सबसे अहम कड़ी एल्विश का फोन भी है. जब एल्विश की गिरफ्तारी हुई थी तो उस वक्त पुलिस को उसके पास से जो फोन बरामद हुआ था, उसकी भी जांच की जा रही है.
इस मामले में अब एनडीपीएस की धारा बढ़ाने के बाद एल्विश की मुश्किलें बढ़ गई हैं.
क्या है मामला है?
उत्तर प्रदेश की नोएडा पुलिस (Noida Police) ने पिछले साल नवंबर में बिग बॉस OTT विनर एल्विश यादव (Elvish Yadav) समेत छह लोगों पर सांप के जहर की तस्करी से जुड़े मामले में एक FIR दर्ज की थी. जहां पुलिस ने एल्विश यादव को छोड़कर बाकी पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
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