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Apple In India: भारत को एक हफ्ते में 2 एप्पल स्टोर मिले, जानिए यह खास क्यों है?

Apple store India: भारत में एप्पल के भविष्य के लिए इसका क्या मतलब है?

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मुंबई के बाद अब दिल्ली के साकेत सेलेक्ट सिटीवॉक मॉल (Select City walk Mall) में एप्पल का स्टोर खुल गया है. मंगलवार, 18 अप्रैल को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में भारत के पहले Apple स्टोर के उद्घाटन के बाद, Apple के CEO टिम कुक ने राजधानी दिल्ली में एक हफ्ते के अंदर दूसरा स्टोर लॉन्च किया है.

मुंबई में लॉन्च के समय कुक की मौजूदगी का बहुत धूमधाम से स्वागत किया गया. जिसमें एआर रहमान, माधुरी दीक्षित, रवीना टंडन, और मौनी रॉय सहित अन्य हस्तियां मौजूद रहीं. दिल्ली में स्टोर की ओपनिंग भी कम महत्वपूर्ण नहीं थी.

तो, भारत में एप्पल स्टोर्स को लेकर उत्साह से क्या समझा जा सकता है? Apple ने औपचारिक रूप से भारत में एंट्री करने का फैसला क्यों लिया - और यह फैसला अभी ही क्यों? आइये हम आपको समझाते हैं.

Apple In India: भारत को एक हफ्ते में 2 एप्पल स्टोर मिले, जानिए यह खास क्यों है?

  1. 1. नए एप्पल स्टोर्स को क्या खास बनाता है?

    मुंबई में खुला एप्पल स्टोर भारत में एप्पल का पहला रिटेल स्टोर है. Apple के वफादारों के मुताबिक, यह चर्चा जायज है क्योंकि यह स्टोर, "एप्पल प्रोडक्ट्स की बिक्री के लिए एडवांस और ज्यादा विश्वसनीय अनुभव प्रदान करता है."

    दिल्ली के 23 वर्षीय मिराज ने 20 अप्रैल, गुरुवार को द क्विंट को बताया, "मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं यहां एप्पल प्रोडक्ट्स को एक्सप्लोर करने आया हूं और अपने पिता के लिए एक नया आईपैड भी खरीद सकता हूं."

    Apple 25 से ज्यादा वर्षों से भारत में काम कर रहा है. इसने अपने iPhone SE के साथ 2017 में देश में स्थानीय रूप से निर्माण शुरू किया, और फिर स्मार्टफोन के अन्य मॉडलों के साथ ऐसा करना जारी रखा.

    अब तक ग्राहक अपने एप्पल प्रोडक्ट्स को Apple-एप्रूव्ड रिटेलर्स से खरीदते रहे हैं, जो प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए बड़ी टेक कंपनी से लाइसेंस प्राप्त करते हैं.

    एप्पल के प्रोडक्ट्स को वेबसाइट के माध्यम से भी बेचा जाता है, जिसे सितंबर 2020 में लॉन्च किया गया था.

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  2. 2. नए स्टोर की विशेषताएं क्या हैं?

    मुंबई में एप्पल स्टोर को विजुअल ट्रीट के रूप में सराहा गया है जो भारतीय ग्राहकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा. यह एक विशेषता है जो दुनिया भर के एप्पल स्टोर्स में साफ है, जैसे कि न्यूयॉर्क में इसके स्टोर में 32 फुट का सेल्फ सपोर्टिंग क्यूब है.

    Apple BKC का डिजाइन काली पीली टैक्सी आर्ट से प्रेरित है, जो तुरंत पहचान लिया जाता है, यह मुंबई की संस्कृति पर आधारित है. स्टोर बहुत बड़ा है और 22,000 वर्ग फुट में फैला है. Apple ने दावा किया कि स्टोर अक्षय ऊर्जा पर चलेगा क्योंकि इसमें "सोलर ऐरे" हैं.

    एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक रिटेल स्टोर में 100 से ज्यादा टीम सदस्य हैं जो सामूहिक रूप से 20 से ज्यादा भाषाएं बोलते हैं.

    प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "Apple BKC Apple पिकअप की भी पेशकश करता है, जिससे ग्राहकों ऑनलाइन ऑर्डर देने के बाद अपनी सुविधा के मुताबिक स्टोर से अपने आर्डर किए गए प्रोडक्ट को पिक कर पाएंगे."

    द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, नई दिल्ली में स्टोर सिर्फ एक मंजिल के साथ छोटे आकार का है. इसकी रिटेल टीम में 70 से अधिक सदस्य हैं, जो एक साथ 15 से ज्यादा भाषाएं बोल सकते हैं. एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह उत्पादों, डेटा कॉन्फ़िगरेशन और फाइनेंसिंग प्लानिंग के बारे में सवालों के जवाब दे सकते हैं.

    Apple के मुताबिक, ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट्स के बिल के लिए लाइन में इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि कर्मचारियों के पास मोबाइल पेमेंट टर्मिनल हैं जो पेमेंट के विभिन्न तरीकों के अनुकूल हैं.

    'टुडे एट ऐपल' नाम से शैक्षिक सत्र प्रतिदिन आयोजित किया जाएगा, जो ग्राहकों को उनके प्रोडक्ट्स को उनकी पूरी क्षमता तक इस्तेमाल करने में मदद करेगा. स्टोर जीनियस बार में अपॉइंटमेंट लेने का विकल्प भी देता है, जो एक कंसीयज (होटल मैनेजर) स्टाइल सपोर्ट सर्विस है जहां एक सर्टिफाइड एप्पल एक्सपर्ट आमने-सामने पूछताछ में मदद करेगा. साकेत में एप्पल का यह स्टोर कार्बन न्यूट्रल भी है.

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  3. 3. भारत में एप्पल के भविष्य के लिए इसका क्या मतलब है?

    टिम कुक को भारत छोड़ने की कोई जल्दी नहीं है. मुंबई में उद्घाटन के बाद, वह एप्पल साकेत के लॉन्च के लिए नई दिल्ली गए. उनका पहला पड़ाव लोधी आर्ट डिस्ट्रिक्ट की मनोरम गलियां थीं.

    बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. कुक ने अपनी बातचीत के बाद ट्वीट किया, "हम शिक्षा और डेवलपर्स से लेकर विनिर्माण और पर्यावरण तक भारत के भविष्य पर टेक्नोलॉजी के सकारात्मक प्रभाव के बारे में आपके दृष्टिकोण को साझा करते हैं, हम देश भर में विकास और निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं."

    इसके जवाब में पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करने और भारत में हो रहे तकनीक-संचालित परिवर्तनों को एक्सप्लोर करने में खुशी हुई."

    पीटीआई ने बिना नाम लिए एक अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि कुक ने पॉलिसी स्टेबिलिटी को जारी रखने और कम्पोनेंट इकोसिस्टम को भारत में लाने के साथ-साथ स्किलिंग के लिए सरकारी समर्थन की मांग की है.

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  4. 4. Apple भारत में क्या ला रहा है?

    नौकरियां. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के अनुसार, कंपनी ने "पिछले 24 महीनों में विनिर्माण क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा नए प्रत्यक्ष रोजगार बढ़ाए हैं" मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुक ने उस संख्या को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है.

    इसने देश में ऐप डेवलपर्स को ट्रेन करने के लिए बेंगलुरु में एक एक्सेलरेटर भी स्थापित किया है.

    भारत वैश्विक स्तर पर बनने वाले कुल आईफोन का छह फीसदी उत्पादन करता है. कंपनी भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाह रही है. वर्तमान में, भारत में Apple की बाजार हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से कम है, देश में स्मार्टफोन की बिक्री में Android उत्पादों का दबदबा है.

    भारत पिछले एक दशक में एप्पल के लिए निभाई गई भूमिका के संदर्भ में चीन के नक्शेकदम पर चल सकता है और कंपनी के लिए उत्पादन के लिए एक बड़े बाजार और विश्वसनीय केंद्र में बदल सकता है.

    यह खुद कुक ने फरवरी में एअर्निंग कॉल पर बताया था. मिंट ने उनके हवाले से कहा, "हम संक्षेप में ले रहे हैं जो हमने चीन में वर्षों पहले सीखा था, और हम चीन को कैसे मापते हैं और इसे यहां लागू करेंगे."

    (क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

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नए एप्पल स्टोर्स को क्या खास बनाता है?

मुंबई में खुला एप्पल स्टोर भारत में एप्पल का पहला रिटेल स्टोर है. Apple के वफादारों के मुताबिक, यह चर्चा जायज है क्योंकि यह स्टोर, "एप्पल प्रोडक्ट्स की बिक्री के लिए एडवांस और ज्यादा विश्वसनीय अनुभव प्रदान करता है."

दिल्ली के 23 वर्षीय मिराज ने 20 अप्रैल, गुरुवार को द क्विंट को बताया, "मैं बहुत उत्साहित हूं. मैं यहां एप्पल प्रोडक्ट्स को एक्सप्लोर करने आया हूं और अपने पिता के लिए एक नया आईपैड भी खरीद सकता हूं."

Apple 25 से ज्यादा वर्षों से भारत में काम कर रहा है. इसने अपने iPhone SE के साथ 2017 में देश में स्थानीय रूप से निर्माण शुरू किया, और फिर स्मार्टफोन के अन्य मॉडलों के साथ ऐसा करना जारी रखा.

अब तक ग्राहक अपने एप्पल प्रोडक्ट्स को Apple-एप्रूव्ड रिटेलर्स से खरीदते रहे हैं, जो प्रोडक्ट्स को बेचने के लिए बड़ी टेक कंपनी से लाइसेंस प्राप्त करते हैं.

एप्पल के प्रोडक्ट्स को वेबसाइट के माध्यम से भी बेचा जाता है, जिसे सितंबर 2020 में लॉन्च किया गया था.

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नए स्टोर की विशेषताएं क्या हैं?

मुंबई में एप्पल स्टोर को विजुअल ट्रीट के रूप में सराहा गया है जो भारतीय ग्राहकों के लिए एक अनूठा अनुभव होगा. यह एक विशेषता है जो दुनिया भर के एप्पल स्टोर्स में साफ है, जैसे कि न्यूयॉर्क में इसके स्टोर में 32 फुट का सेल्फ सपोर्टिंग क्यूब है.

Apple BKC का डिजाइन काली पीली टैक्सी आर्ट से प्रेरित है, जो तुरंत पहचान लिया जाता है, यह मुंबई की संस्कृति पर आधारित है. स्टोर बहुत बड़ा है और 22,000 वर्ग फुट में फैला है. Apple ने दावा किया कि स्टोर अक्षय ऊर्जा पर चलेगा क्योंकि इसमें "सोलर ऐरे" हैं.

एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक रिटेल स्टोर में 100 से ज्यादा टीम सदस्य हैं जो सामूहिक रूप से 20 से ज्यादा भाषाएं बोलते हैं.

प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "Apple BKC Apple पिकअप की भी पेशकश करता है, जिससे ग्राहकों ऑनलाइन ऑर्डर देने के बाद अपनी सुविधा के मुताबिक स्टोर से अपने आर्डर किए गए प्रोडक्ट को पिक कर पाएंगे."

द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, नई दिल्ली में स्टोर सिर्फ एक मंजिल के साथ छोटे आकार का है. इसकी रिटेल टीम में 70 से अधिक सदस्य हैं, जो एक साथ 15 से ज्यादा भाषाएं बोल सकते हैं. एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार यह उत्पादों, डेटा कॉन्फ़िगरेशन और फाइनेंसिंग प्लानिंग के बारे में सवालों के जवाब दे सकते हैं.

Apple के मुताबिक, ग्राहकों को अपने प्रोडक्ट्स के बिल के लिए लाइन में इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि कर्मचारियों के पास मोबाइल पेमेंट टर्मिनल हैं जो पेमेंट के विभिन्न तरीकों के अनुकूल हैं.

'टुडे एट ऐपल' नाम से शैक्षिक सत्र प्रतिदिन आयोजित किया जाएगा, जो ग्राहकों को उनके प्रोडक्ट्स को उनकी पूरी क्षमता तक इस्तेमाल करने में मदद करेगा. स्टोर जीनियस बार में अपॉइंटमेंट लेने का विकल्प भी देता है, जो एक कंसीयज (होटल मैनेजर) स्टाइल सपोर्ट सर्विस है जहां एक सर्टिफाइड एप्पल एक्सपर्ट आमने-सामने पूछताछ में मदद करेगा. साकेत में एप्पल का यह स्टोर कार्बन न्यूट्रल भी है.

भारत में एप्पल के भविष्य के लिए इसका क्या मतलब है?

टिम कुक को भारत छोड़ने की कोई जल्दी नहीं है. मुंबई में उद्घाटन के बाद, वह एप्पल साकेत के लॉन्च के लिए नई दिल्ली गए. उनका पहला पड़ाव लोधी आर्ट डिस्ट्रिक्ट की मनोरम गलियां थीं.

बाद में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. कुक ने अपनी बातचीत के बाद ट्वीट किया, "हम शिक्षा और डेवलपर्स से लेकर विनिर्माण और पर्यावरण तक भारत के भविष्य पर टेक्नोलॉजी के सकारात्मक प्रभाव के बारे में आपके दृष्टिकोण को साझा करते हैं, हम देश भर में विकास और निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं."

इसके जवाब में पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करने और भारत में हो रहे तकनीक-संचालित परिवर्तनों को एक्सप्लोर करने में खुशी हुई."

पीटीआई ने बिना नाम लिए एक अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि कुक ने पॉलिसी स्टेबिलिटी को जारी रखने और कम्पोनेंट इकोसिस्टम को भारत में लाने के साथ-साथ स्किलिंग के लिए सरकारी समर्थन की मांग की है.

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Apple भारत में क्या ला रहा है?

नौकरियां. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के अनुसार, कंपनी ने "पिछले 24 महीनों में विनिर्माण क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा नए प्रत्यक्ष रोजगार बढ़ाए हैं" मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक कुक ने उस संख्या को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की है.

इसने देश में ऐप डेवलपर्स को ट्रेन करने के लिए बेंगलुरु में एक एक्सेलरेटर भी स्थापित किया है.

भारत वैश्विक स्तर पर बनने वाले कुल आईफोन का छह फीसदी उत्पादन करता है. कंपनी भारतीय स्मार्टफोन बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाह रही है. वर्तमान में, भारत में Apple की बाजार हिस्सेदारी 5 प्रतिशत से कम है, देश में स्मार्टफोन की बिक्री में Android उत्पादों का दबदबा है.

भारत पिछले एक दशक में एप्पल के लिए निभाई गई भूमिका के संदर्भ में चीन के नक्शेकदम पर चल सकता है और कंपनी के लिए उत्पादन के लिए एक बड़े बाजार और विश्वसनीय केंद्र में बदल सकता है.

यह खुद कुक ने फरवरी में एअर्निंग कॉल पर बताया था. मिंट ने उनके हवाले से कहा, "हम संक्षेप में ले रहे हैं जो हमने चीन में वर्षों पहले सीखा था, और हम चीन को कैसे मापते हैं और इसे यहां लागू करेंगे."

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