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Explained: बाजार के मुकाबले कितना सस्ता है 'भारत आटा', सरकार ने किया लॉन्च

'Bharat Atta' Explained: आटा बनाने के लिए कहां से आएगा गेहूं?

Published
कुंजी
2 min read
Explained: बाजार के मुकाबले कितना सस्ता है 'भारत आटा', सरकार ने किया लॉन्च
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दिवाली (Diwali) से पहले, केंद्र सरकार ने उपभोक्ताओं को ऊंची कीमतों से राहत देने के लिए सोमवार को देश भर में 'भारत आटा' नाम के नए ब्रांड की लॉन्चिंग की. गेहूं का यह आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर मिलेगा. उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण, कपड़ा और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने नई दिल्ली के कर्तव्य पथ से गेहूं के आटे की बिक्री के लिए 100 मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

Explained: बाजार के मुकाबले कितना सस्ता है 'भारत आटा', सरकार ने किया लॉन्च

  1. 1. सरकार की तरफ से क्या कहा गया?

    एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह आटा आम उपभोक्ताओं के कल्याण के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सीरीज में सबसे नया है. 'भारत' ब्रांड आटा की खुदरा बिक्री शुरू होने से बाजार में सस्ती दरों पर आपूर्ति बढ़ेगी और अहम खाद्य पदार्थ की कीमतों में निरंतर कमी लाने में मदद मिलेगी.

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  2. 2. Bharat Atta जरूरतमंदों को कैसे मिलेगा?

    'भारत आटा' सहकारी समितियों NAFED, NCCF और केंद्रीय भंडार के जरिए पूरे देश में फैली 800 मोबाइल वैन और दो हजार दुकानों के जरिए से बेचा जाएगा.

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  3. 3. Bharat Atta बाजार में मिलने वाले आटे से कितना सस्ता है?

    गुणवत्ता और स्थान के आधार पर सब्सिडी वाली दर मौजूदा बाजार दर 36-70 रुपये प्रति किलोग्राम से कम है. फरवरी में, सरकार ने 29.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर 18 हजार टन 'भारत आटा' की पायलट बिक्री की थी.

    PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, Price Stabalisation Fund scheme के हिस्से के रूप में कुछ दुकानों में ये सहकारी समितियां हैं.

    केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि

    अब जब हमने टेस्ट कर लिया है और सफल रहे हैं, तो हमने एक औपचारिक लॉन्च करने का फैसला किया है, जिससे देश में हर जगह आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर मिल सके.

    पीयूष गोयल ने आगे कहा कि टेस्ट के दौरान गेहूं के आटे की बिक्री कम थी क्योंकि इसे केवल कुछ दुकानों के जरिए खुदरा बेचा गया था. इस बार बेहतर बढ़ोतरी होगी क्योंकि उत्पाद इन तीन एजेंसियों के 800 मोबाइल वैन और 2 हजार आउटलेट के जरिए पूरे देश में बेचा जाएगा.

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  4. 4. गेहूं से आटे के पैक तक...क्या होगी प्रक्रिया?

    पीयूष गोयल ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) से Nafed, NCCF और केंद्रीय भंडार को लगभग 2.5 लाख टन गेहूं 21.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर आवंटित किया जाएगा. वे इसे गेहूं के आटे में बदल देंगे. इसके बाद 'भारत आटा' ब्रांड के तहत 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आंटा बेजा जाएगा.

    केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि सरकार कुछ जरूरी वस्तुओं- चने की दाल, टमाटर और प्याज को रियायती दर पर बेचने में हस्तक्षेप कर रही है. कीमत में बढ़ोतरी को नियंत्रित करने में अच्छे नतीजे मिल रहे हैं.

    (हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

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सरकार की तरफ से क्या कहा गया?

एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह आटा आम उपभोक्ताओं के कल्याण के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सीरीज में सबसे नया है. 'भारत' ब्रांड आटा की खुदरा बिक्री शुरू होने से बाजार में सस्ती दरों पर आपूर्ति बढ़ेगी और अहम खाद्य पदार्थ की कीमतों में निरंतर कमी लाने में मदद मिलेगी.

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Bharat Atta जरूरतमंदों को कैसे मिलेगा?

'भारत आटा' सहकारी समितियों NAFED, NCCF और केंद्रीय भंडार के जरिए पूरे देश में फैली 800 मोबाइल वैन और दो हजार दुकानों के जरिए से बेचा जाएगा.

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Bharat Atta बाजार में मिलने वाले आटे से कितना सस्ता है?

गुणवत्ता और स्थान के आधार पर सब्सिडी वाली दर मौजूदा बाजार दर 36-70 रुपये प्रति किलोग्राम से कम है. फरवरी में, सरकार ने 29.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर 18 हजार टन 'भारत आटा' की पायलट बिक्री की थी.

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, Price Stabalisation Fund scheme के हिस्से के रूप में कुछ दुकानों में ये सहकारी समितियां हैं.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि

अब जब हमने टेस्ट कर लिया है और सफल रहे हैं, तो हमने एक औपचारिक लॉन्च करने का फैसला किया है, जिससे देश में हर जगह आटा 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर पर मिल सके.

पीयूष गोयल ने आगे कहा कि टेस्ट के दौरान गेहूं के आटे की बिक्री कम थी क्योंकि इसे केवल कुछ दुकानों के जरिए खुदरा बेचा गया था. इस बार बेहतर बढ़ोतरी होगी क्योंकि उत्पाद इन तीन एजेंसियों के 800 मोबाइल वैन और 2 हजार आउटलेट के जरिए पूरे देश में बेचा जाएगा.

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गेहूं से आटे के पैक तक...क्या होगी प्रक्रिया?

पीयूष गोयल ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) से Nafed, NCCF और केंद्रीय भंडार को लगभग 2.5 लाख टन गेहूं 21.50 रुपये प्रति किलोग्राम पर आवंटित किया जाएगा. वे इसे गेहूं के आटे में बदल देंगे. इसके बाद 'भारत आटा' ब्रांड के तहत 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आंटा बेजा जाएगा.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आगे कहा कि सरकार कुछ जरूरी वस्तुओं- चने की दाल, टमाटर और प्याज को रियायती दर पर बेचने में हस्तक्षेप कर रही है. कीमत में बढ़ोतरी को नियंत्रित करने में अच्छे नतीजे मिल रहे हैं.

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